कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा कि प्रदेश के चारों नगर निगमों ने किरायों में १६ फीसदी वृद्धि की सिफारिश की है। हर दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। इसलिए किराया बढ़ाने के अलावा दूसरा कोई उपाय नहीं है। कर्नाटक राज्य सडक़ परिवहन निगम (केएसआरटीसी) पर करीब ५०० करोड़ रुपए का कर्ज है। इसके अलावा बीएमटीसी, उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम सडक़ परिवहन निगम को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि चारों निगमों में २६,५०० से अधिक बसें हैं। चालकों, परिचालकोंं, मैकैनिक और अन्य कर्मचारियों का वेतन तथा अन्य भत्ते बढ़ाए जाने से बहुत नुकसान हो रहा है। इसे देखते हुए इस साल छात्रों को मुफ्त बस पास बन्द किए गए। निगम की बसें पांच-छह लाख किलोमीटर चलने के बाद रोड से हटा दी जाती हैं। ऐसी बसों के इंजन को नई बॉडी के साथ इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हर सरकारी बस स्टैंड परिसर में दुकानें बना कर किराये पर देने का फैसला किया गया है। इससे चारों निगमों को लाभ होगा। इसके साथ ही नई सेवाएं आरंभ करने पर भी विचार किया जा रहा है। तम्मण्णा ने कहा कि बेंगलूरु के सरकारी बस स्टैन्ड के बाद शिवमोग्गा में बेबी केयर केंद्र आरंभ किया है। सभी सरकारी बस स्टंैड में ऐसे केंद्र खोले जाएंगे।
विधायक के.एस.ईश्वरप्पा, कुमार बंगारप्पा, जिलाधिकारी पी. ए. दयानंद केएसआरटीसी के संभागीय नियंत्रण अधिकारी के. एम. अशरफ और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इससे पहले पहले तम्मण्णा ने सागर से बेंगलूरु , शिवमोग्गा से बेंगलूरु, शिवमोग्गा-बेगलूरु (अज्जमपुर, होसदुर्ग मार्ग) शिवमोग्गा से हरिहर और शिवमोग्गा से शिरलगुप्पा के बीच नए बसों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।