उन्होंने कहा कि फुटपाथ व्यापारी, ऑटो चालक, होटल कर्मचारी, कपड़ा कारखानों के कर्मचारी और अन्य श्रमिक बेहद संकट में गुजारा कर रहे है। उन्हें कम से कम एक माह का अनाज दिया जाए। रेड्डी ने लिखा है कि बेंगलूरु और प्रदेश के कई जिलों में बिस्तर और ऑक्सीजन नहीं होने से संक्रमित सडक़ों पर दम तोड़ रहे हैं। ऑक्सीजन व्यापारियों के मोबाइल फोन नंबर और ऑक्सीजन कंट्रोल रूम की सूची केवल कागजों पर है। कॉल करने पर ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होने का जवाब मिलता है।