पुलिस ने दंपती के दोनों पुत्रों से पूछताछ की तो उन्होंने कई तरह बयान देकर गुमराह करने का प्रयास किया। जांच से पता चला कि 14 साल का बड़ा पुत्र पढ़ाई में कमजोर था और आवारा लड़कों के साथ जुआ खेलता था। माता पिता हमेशा उसे समझाइश देते रहते थे इसी कारण वह नाराज रहता था।
उसने वारदात के दो दिन पहले ही दो बड़े पत्थर लाकर रखे थे। जब वह एक पत्थर लेकर पिता का सिर कुचलने वाला था, तभी उसके हाथ से पत्थर छूट कर होन्नम्मा के सिर पर जा गिरा और वह बेहोश हो गई। यह देख कर हनुमंताराया नेे पुत्र को पीटा लेकिन उसने पिता को धक्का देकर गिरा दिया और पत्थर से उसका सिर कुचलकर मार डाला। मां के होश में आने पर पिटाई होने के डर से उसने मां का सिर भी कुचल दिया। इसके बाद उसने शवों को खींच कर शौचालय में पटका और शेड में जाकर सो गया। फिर माता पिता को तलाशने का नाटक करते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी को बाल सुधार गृह में भेज दिया है।