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बैंगलोर

पानी आया , धान बोया

नहर में पानी छोडऩे पर धान की खेती में जुटे किसानपर्याप्त पानी मिलने पर पारम्परिक खेती की ओर अग्रसर किसान

बैंगलोरAug 24, 2019 / 07:26 pm

Rajendra Vyas

पानी आया , धान बोया

पानी आया , धान बोया

रमेश सीरवी
मंड्या. श्रीरंगपट्टण तहसील के कृष्णराज सागर बांध से नहरों में पानी छोड़े जाने के बाद जिले भर में किसान धान की बुवाई में जुट गए हैं। प्रदेश में गत वर्ष और इस वर्ष पर्याप्त बारिश होने पर कृष्णराज सागर बांध लबालब हो गया। इसके चलते बांध से जिले की नहरों में पानी छोड़ा गया। धान की खेती के लिए पर्याप्त पानी मिलने पर किसान पारम्परिक खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
हाल ये है कि किसान सुबह से खेतों में धान की बुवाई करते नजर आ रहे हैं। मंड्या जिले के अधिकांश किसान धान और गन्ना की खेती करते हैं। क्षेत्र में धान की बुवाई के चलते खाद व बीज की दुकानों पर भी भीड़ देखी जा रही है। हाल ये है कि आम दिनों में चौराहे पर खड़े होकर मजदूरी की तलाश करने वाले मजदूरों को काम मिल गया है।
अगस्त की धान फसल दिसम्बर तक पक तैयार हो जाएगी। धान की खेती करने के लिए एक एकड़ पर मजदूरी और खेत को समतल करने और अन्य खर्च 12000 हजार का खर्च आता है। फसल पर रोग लगने कीटनाशक छिड़कने, फसल बढऩे के लिए यूरिया खाद डालने फसल कटाई का खर्च अलग पड़ता है। किसानों ने गत वर्ष धान केद्र पर 1750 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से धान बेचा था। कृष्णराज सागर बांध भरने से नहरों में पानी छोडऩे पर किसानों के चेहरे पर खुशी भी देखी जा सकती है। श्रीरंगपट्टण तहसील के अरकेरे, तडगोडी, मंड्याकोप्पल, कोडियाला, हुणशगहल्ली, कोत्ताती, बलेकेरे, महादेवपुरा, गेडवाशणहल्ली, पिहल्ली सहित अन्य गांवों के किसान अपने खेतों में धान की फसल करने की तैयारी में जुट चुके हैं।

मजदूर मिलना मुश्किल
तडगोडी गांव के किसान महेश ने बताया कि बांध से नहरों में पानी छोडऩे पर किसानों का जोर धान की खेती पर है। इसके चलते खेत में काम करने के लिए मजदूर मिलने भी मुश्किल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि एक माह पहले धान की एकवीरा किस्म का बीज पौध तैयार करने के लिए एक क्यारी बनाकर डाला। क्यारी में फसल को जल्दी उगने के लिए अमोनियम फॉस्फेट सल्फेट खाद डाला। उन्होंने बताया कि धान की खेती के लिए पानी ज्यादा चाहिए। खेत को समतल करने के बाद खेत में पानी भरकर क्यारी में अंकुरित धान को मजदूरों द्वारा खेत में रोपा जाता है।

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