खांदू कालोनी उच्च माध्यमिक विद्यालय को हिंदी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय बनाने से करीब 500 विद्यार्थियों को दूसरा स्कूल ढूंढना पड़ेगा। खांदू कालोनी परिक्षेत्र में रहने वाले कई गरीब बालकों को दूरस्थ विद्यालय में जाना पड़ सकता है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिलाध्यक्ष गमीरचंद पाटीदार ने मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर बताया कि शहर में सबसे बड़ा वार्ड खांदू कॉलोनी है। जिसमें उमावि खांदू कालोनी एक मात्र सरकारी बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय संचालित हो रहा है। जिसमे वर्तमान में कक्षा 1 से 5 में 105, कक्षा 6 से 8 में 118, कक्षा 9 से 10 में 146, कक्षा 11 से 12 में 212 सहित 581 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हंै। इस विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का बनाने से अधिकांश बच्चों को और करीब 30 शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में जाना पड़ सकता है। जबकि इसके अतिरिक्त यहां विशेष रूप से छात्रों के लिए कोई राजकीय विद्यालय नहीं है। उन्होंने राउमावि खांदू कॉलोनी को यथावत रखकर कॉलोनी के ही राउप्रावि विद्यालय में अंगे्रजी माध्यम का महात्मा गांधी विद्यालय संचालित करने की मांग की है। ज्ञापन पर दिनेश मईड़ा, दिलीप पाठक, जनक भट्ट, यज्ञदत्त जोशी, सतीश व्यास आदि ने हस्ताक्षर किए हैं।
इधर, राउमावि खांदू कॉलोनी को हिन्दी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में किए गए चयन को निरस्त करने की मांग को लेकर समाजसेवियों, अभिभावकों ने कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लोगों ने बताया कि स्कूल को हिन्दी से अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित होने से हिन्दी माध्यम की कक्षा एक से आठवीं तक के निर्धन तबके के करीब 500 विद्यार्थियों की शिक्षा पर गाज गिरी है। इन बच्चों को हिन्दी माध्यम के लिए अन्य राप्रावि में प्रवेश लेना पड़ेगा। आरटीई नियमानुसार एक किमी की दूरी पर प्रावि व डेढ़ किमी की दूरी पर उप्रावि होना अनिवार्य है। जबकि राउप्रावि कुशलबाग व रामावि ठीकरिया ढाई से तीन किमी दूरी पर है। यह दूरी बच्चों के लिए बाधक बनेगी। कॉलोनीवासी अंग्रेजी माध्यम के विरोध में नहीं है, पर निर्धन बच्चों की शिक्षा पर संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में राउमावि खांदू कॉलोनी स्कूल को महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंगे्रजी माध्यम में किए गए चयन को निरस्त कर अन्य विद्यालय का चयन करें या हिन्दी व अंग्रेजी दोनों ही माध्यम की व्यवस्था की जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान राजेश भावसार, मनोज तेली, रणछोड़ सिंह देवड़ा, दिलीप सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।