लोकसभा शून्यकाल में सांसद कनकमल कटारा ने वागड़ की रेल का मुद्दा उठाया था लेकिन रेलमंत्री पीयूष गोयल ने राज्य सरकार की ओर से जमीन और पर्याप्त राशि नहीं उपलब्ध कराने के कारण परियोजना को स्थगित करने की बात कही। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र को इस मामले से अवगत कराया था। लेकिन फिलहाल परियोजना बंद हो जाने से उसकी लागत लगभग दोगुनी हो गई है। हालांकि आम बजट भाषण में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने छोटे शहरों के बीच रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर देने का जिक्र किया है। अब केंद्रीय रेलमंत्री के जवाब के बाद बजट में छोटे शहरों रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की बात सामने आने से राज्य सरकार के पास एक और मौका बनता है कि वह इस बारे में केंद्र से चर्चा कर बांसवाड़ा में बंद हुई रेल परियोजना को फिर से शुरू करवा सकती है। हालांकि रेलमंत्री ने संसद में राज्य सरकार की ओर से जमीन और राशि उपलब्ध नहीं कराने की बात कही है। पहले भी गहलोत सरकार की ओर से परियोजना शुरू करने की घोषणा से बांसवाड़ा में रेल की उम्मीदों को पंख लगे थे। ऐसे में वर्तमान में पूरी तरह से बंद परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए अगर राज्य सरकार जमीन और राशि केंद्र को उपलब्ध करवाती है तो एक बार फिर से वागड़ की रेल लाइन परियोजना धरातल पर उतरने की उम्मीद जताई जा सकती है।