अभिभावक शामिल होंगे
कक्षाएं शुरू करने से एक दिन पूर्व 7 फरवरी को स्कूलों में पीटीएम आयोजित करना होगा। इसमें अभिभावकों को स्कूलों में किए जा रहे सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा यह जानकारी भी दी जाएगी की विद्यार्थी को जुकाम, बुखार या अन्य बीमारी के लक्षण दिखाई दे तो उन्हें स्कूल ना भेजें। कक्षा कक्ष शौचालय एवं बच्चों की बैठक व्यवस्था के स्थान को पूर्ण स्वच्छ एवं सैनेटाइज किया जाएगा। विद्यार्थियों को अपने साथ स्वयं की पानी की बोतल साथ लानी होगी। बोतल नहीं लाने वाले बच्चों के लिए स्कूल में ही पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। बीमारी व अन्य कारणों से विद्यालय में उपस्थित नहीं होने वाले बच्चों के लिए ऑनलाइन अध्ययन कराया जाएगा उनके लिए अतिरिक्त कक्षा कक्ष का आयोजन भी किया जाए।
जिम्मेदारी तय
संस्था प्रधान व पीईईओ कोविड.19 के कारण संक्षिप्त किए गए पाठ्यक्रम, नवीन परीक्षा योजना एवं पेपर पैटर्न की जानकारी बच्चों तक पहुंच की पुष्टि करेंगे। विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध मॉडल प्रश्न पत्र के माध्यम से परीक्षा के प्रश्न पत्रों से विद्यार्थियों को परिचित कराएंगे। विद्यालय संचालन को लेकर किसी तरह की समस्या, शिकायत होने पर टोल फ्री नंबर 181 पर कॉल किया जा सकता है। इसके अलावा ब्लॉक के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, जिला कलक्टर, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को भी अवगत कराया जा सकता है।
सितम्बर से शुरू हुए शैक्षिक कदम
भारत सरकार के गृह मंत्रालय के आदेशों की पालना में राज्य सरकार की ओर से 30 सितंबर से कंटेनमेंट जोन के बाहर के विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को स्वैच्छिक रूप से विद्यालय में जाकर अध्यापकों से मार्गदर्शन प्राप्त करने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद गत 18 जनवरी से सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से 12वीं की नियमित कक्षाएं शुरू की गई। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सरकार के आदेश पर सभी सरकारी, गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा छठी से आठवीं तक की कक्षाएं नियमित रूप से शुरू की जा रही है।