दरअसल, शबनम बरेली मंडल के जिला शाहजहांपुर के ही एक गांव की निवासी है। शबनम की पहली शादी फरीदपुर निवासी एक मुस्लिम युवक के साथ हुई थी और उस युवक की पहली बीवी की मौत के बाद दूसरा निकाह था। वह ससुराल पहुंची तो उसके तीन बच्चों का भी पालन पोषण करने लगी। लेकिन, ससुराल में उसे उसके अधिकार नहीं मिल सके। ससुराल में हर चीज पर बंदिशें थीं, उसे छोटी-छोटी बातों पर प्रताड़ित किया जाने लगा। पति आए दिन मारपीट के साथ अपमान करता था। इस कारण वह भीतर ही भीतर घुटने लगी।
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कोठी में टाइल्स लगवा कर नहीं दी मजदूरी तो फूंक दी मर्सिडीज कार आकाश की बस यही बात भा गई शबनम को इसी दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी दोस्ती आकाश से हो गई और वह अपनी हर बात आकाश से शेयर करने लगी। आकाश भी उसकी बात का ध्यान रखने लगा। वह हर परेशानी का समाधान देने लगा तो शबनम को आकाश की बस यही बात भा गई। इसके बाद उसने रोज-रोज की प्रताड़ना और अपमान से तंग आकर पति से छुटकारा पाने का फैसला किया। फिर 10 दिन पूर्व उसने आकाश को फरीदपुर बुलाया और उसी के साथ चली गई। इस पर पति ने शबनम के अपहरण की एफआईआर लिखा दी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया।
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चूहों ने तीन बिजली घरों में घुसकर कुतर डाली लाइन, 48 हजार घरों में अंधेरा ‘हिंदू धर्म में महिलाओं का मिलता है सम्मान’ कोर्ट में जज के सामने शबनम ने दो टूक कहा कि वे दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से ही आकाश से शादी की है। उसने शादी के फोटो आदि भी पेश किए। साथ ही कहा कि हिंदू धर्म में महिलाओं को सम्मान दिया जाता है। उसे वहीं अधिकार और सम्मान चाहिए। इसलिए हिंदू धर्म अपनाकर आकाश से शादी रचाई है। अब वह शबनम नहीं, शिवानी है। यह सुन जज ने शिवानी को आकाश के साथ जाने की अनुमति दे दी।