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सरधना में दो समुदायों के बीच विवाद के बाद जमकर मारपीट और पथराव, आठ घायल दरअसल, मांडा गांव के रहने वाले जागनलाल मंगलवार खाना खाने के बाद घूमने के लिए घर से बाहर निकले थे, लेकिन देर रात तक भी वापस नहीं लौटे। परिजनों ने उन्हें काफी तलाश किया, लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला। इसके अगले दिन बुधवार को जागनलाल का शव उनके ही खेत में मिला। गले में मफलर का फंदा लगा था, जो पेड़ से बंधा था। परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से भी कोई रंजिश नहीं थी। पुलिस ने जागनलाल के भतीजे दर्शन सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस जांच में प्रथम दृष्ट्या मामला हत्या का लग रहा है। प्रभारी निरीक्षक मनोज त्यागी का कहना है कि फिलहाल पुलिस अवैध संबंध और संपत्ति विवाद से जाेड़कर मामले की जांच कर रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस नहीं समझ पा रही पत्नियाें की भाषा बताया जा रहा है कि जागनलाल की दो पत्नियां घर पर ही मौजूद हैं, जो बंगाली भाषा में बात करती हैं, लेकिन पुलिस उनकी बात नहीं समझ पा रही है। अब पुलिस बंगाली भाषा के जानकार को बुलाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। पुलिस के अनुसार, जागनलाल का एक बड़ा भाई भी है। 1999 में पिता ने सारी संपत्ति बड़े भाई के नाम कर दी थी। इसको लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद भी हुआ था। इसके बाद पिता ने करीब 14 बीघे जमीन जागनलाल के नाम कर दी थी। वहीं, जागनलाल की सेवा 24 वर्षीय लड़का कर रहा था। जागनलाल अपनी जमीन उसी के नाम करना चाहता था। इसलिए पुलिस संपत्ति विवाद के पहलू से भी जांच कर रही है।