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तीन साल तक वार्षिकोत्सव व सम्मान समारोह के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग 10 हजार प्रति स्कूल और प्रारंभिक शिक्षा विभाग 5 हजार की राशि देता था। इसमें बिना कोई कारण के कटौती कर दी गई। अब स्कूलों के सामने आयोजन को लेकर संकट खड़ा हो गया है। वार्षिकोत्सव का आयोजन 28 फरवरी तक करना है।अब माध्यमिक काे 5 और प्रारंभिक काे 3 हजार रुपए-
समग्र शिक्षा की ओर से चयनित माध्यमिक विभाग की स्कूलों को 5 हजार और चयनित प्रारंभिक स्कूलों को केवल 3 हजार रुपए का बजट जारी किया गया है। ऐसे में विद्यालय स्टाफ असमंजस में हैं कि आधे बजट में आयोजन कैसे होंगे? पिछली बार माध्यमिक स्कूलों को 10 हजार और प्रारंभिक शिक्षा के स्कूल को 5 हजार का बजट जारी किया गया था।
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महंगाई के दौर में खर्च ज्यादावार्षिकोत्सव आयोजन के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं के लिए बजट बहुत कम है। किसी स्कूल में न्यूनतम एक सौ लोगों के लिए कुर्सियां, मंच और टेंट लगाए तो भी खर्च पंद्रह से बीस हजार रुपए आ जाता है। ऐसे में बजट पहले से ही कम पड़ रहा था लेकिन सरकार ने तो अब बजट आधा ही कर दिया है। पांच हजार में तो बच्चों के पारितोषिक, भामाशाहों का सम्मान भी नहीं हो पाता तो फिर बाकी व्यवस्था कैसे हों।
बजट कम नहीं ज्यादा करना चाहिए
बढ़ती महंगाई के कारण पिछले सत्र दी गई राशि में बढ़ोतरी करके बजट दुगुना करना चाहिए था। जबकि सरकार ने इसमें वृद्धि की जगह कमी करके राशि को आधा कर दिया गया है। यह राशि भी चयनित विद्यालयों में ही मिलेगी। सभी विद्यालयों को राशि मिलनी चाहिए। यह सरकार की गलत पॉलिसी है।”- बसंतकुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा
सरकार का निर्णय- बजट जारी करना सरकार का निर्णय है। माध्यमिक स्तर पर चिह्नित विद्यालयों को वार्षिकोत्सव का बजट जारी किया जाएगा। माध्यमिक में पांच हजार व प्राथमिक स्तर में तीन हजार रुपए का प्रावधान है।- जयप्रकाश व्यास, सहायक परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा बाड़मेर