जानिए, देश की सरकारी योजनाएं यहां आकर क्यों थक जाती?
– कलक्टर नकाते के बाद कोई नहीं आया इधर…किसे सुनाएं दर्द- डीएनपी में बसे लोगों का दर्द छलका
जानिए, देश की सरकारी योजनाएं यहां आकर क्यों थक जाती?
बाड़मेर पत्रिका.
राष्ट्रीय मरू उद्यान इलाके से जुड़े बाड़मेर-जैसलमेर के 74 गांवों के लोगों के लिए अब हर योजना पर पहरे वाली स्थिति हो गई है। बिजली,पानी,सड़क और अन्य योजनाओं के लिए अनुमति और इसके बाद भी योजनाओं पर कार्य नहीं होने से ग्रामीण परेशान होने लगे है। राष्ट्रीय मरू उद्यान क्षेत्र से जुड़े गांवों के लोगों का दर्द छलक जाता है जब वे बताते है कि अब उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। करीब चार साल पहले जिला कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते ने इनके लिए गडरारोड़ में एक सुनवाई रखी थी,इसके बाद कोई सुनने नहीं आया है। दूरस्थ गांवों की समस्याएं दूर करने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों का यहां आना जरूरी है।
बंधड़ा गांव के खेतसिंह बताते है कि गडरारोड़ में हुई जनसुनवाई के दौरान बताया गया था कि अब सबकुछ ऑनलाइन होगा और समस्याओं का निस्तारण होगा। जिला कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते की उस सुनवाई के बाद में यहां कोई नहीं आया और किसी तरह की समस्या का समाधान भी नहंीं हुआ है। बंधड़ा के ही श्यामसिंह कहते है कि अब तो नर्मदा नहर का पानी रोक दिया गया है और भारतमाला योजना का कार्य भी बंद किया गया है। सड़क बनाने से लेकर बिजली तक सब कार्यों के लिए परेशानी हो रही है।
पड़ौस तक आया विकास
बाड़मेर जिले के राष्ट्रीय मरूउद्यान इलाके के पास की ग्राम पंचायतों में काम हो रहे है। बंधड़ा और खबडाला से 20 किमी दूरी तक मोबाइल का नेटवर्क भी है लेकिन इन गांवों में आते ही रुक जाता है। बंधड़ा के अशोक जैन कहते है कि आज की दुनियां में मोबाइल भी जहां नहीं लगे तो वहां से तो अब पलायन करना ही जरिया बचा है। क्या करें, सरकार के स्तर पर सुनवाई नहीं होती है।
विकल्प दिए लेकिन काम के नहीं
यहां पर पानी के लिए सौर ऊर्जा आधारित संयंत्र लगाए गए लेकिन ये फेल हो गए है। ताबूत बनी इन टंकियों में खारा पानी भी नहीं पहुंच रहा है। पत्ते का पार के रहुमखां कहते है पानी जानवर तक नहीं पीते है, क्या करें। ये तो बेरियां है और हम जिंदा है। इसी तरह सौर ऊर्जा से ही रोशनी का प्रबंध करने का विकल्प भी महीने दो महीने ही चला।
भंवरलाल ने बनाई थी हौदियां, अब तो जर्जर
सिरगुवाला के सांगसिंह सोढ़ा कहते है कि कई साल पहले जब हरिसिंह सोढ़ा विधायक थे तब उन्होंने तात्कालीन जलदाय मंत्री भंवरलाल शर्मा को यहां का दौरा करवाया था। उन्होंने गांव-गांव घूमकर स्थिति को देखा तो यहां पानी की पाइन लाइन बिछाई और हौदियां बनाई। ये हौदियां अब जर्जर हो गई है। पाइप लाइन से कनेक्शन नहीं है। अब नया निर्माण नहीं हो रहा है। पानी की समस्या ने परेशान कर दिया है।
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