सुसाइड नोट में पति, सास, ननंद, देवर पर लगाया प्रताडऩा का आरोप, दो दिन से परिवार परामर्श केंद्र में जारी थी समझाइश, पति मानने को तैयार नहीं, महिला आयोग सखी ने लिया मामला संज्ञान में, भेजा आयोग को
बड़वानी•Jan 18, 2019 / 10:13 am•
मनीष अरोड़ा
Dahajas were tortured, married and married to poison
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. ससुराल की प्रताडऩा से परेशान होकर एक नवविवाहिता ने जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की। घटना बुधवार रात की है। विवाहिता और उसका परिवार पिछले दो दिन से महिला डेस्क और थाने के चक्कर काट रहा था। विवाहिता ने अपने सुसाइड नोट में सास, पति, ननंद और देवर पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामल में ससुराल पक्ष के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। वहीं, इस मामले को महिला आयोग की सखी व उपाध्यक्ष ने भी संज्ञान में लेकर राज्य महिला आयोग को भेजा है।
बड़वानी निवासी सायना का निकाह 3 साल पहले अनिसुद्दीन कुरैशी निवासी चंदन नगर इंदौर से हुआ था। उसकी पौने दो साल की एक पुत्री भी है। सायना ने बुधवार की रात जहर खा लिया। जहर खाने से पूर्व उसने बड़ा ही मार्मिक सुसाइड नोट भी लिखा। सायना ने बताया कि वो अपने पति से बहुत प्यार करती है, लेकिन उसकी सास, ननंद और देवर दहेज के लिए हमेशा प्रताडि़त करते रहते थे। बार-बार रुपए लाने के लिए पिता के घर भेज देते थे। बेटी के जन्म के बाद तो प्रताडऩा का दौर ज्यादा हो गया और उसके पति भी प्रताडि़त करने लगे। इसकी शिकायत इंदौर थाने में की थी, लेकिन पुलिस ने कोईमदद नहीं की और कहा कि बड़वानी में रिपोर्टलिखवाओं। बड़वानी आए तो परिवार परामर्श केंद्र में शिकायत की।
पति मानने को ही तैयार नहीं
बुधवार को परिवार परामर्श केंद्र द्वारा सायना के पति को समझाइश के लिए बुलाया गया था। यहां उसका पति मानने को ही तैयार नहीं हुआ। वो सायना को किसी कीमत पर नहीं ले जाना चाहता था। जिसके बाद परिवार परामर्श केंद्र ने मामला थाने पहुंचाया। यहां सायना के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके पति के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कर लिया। इसके बाद सायना ने सुसाइड करने की कोशिश की। परिजनों को इसकी जानकारी मिलते ही उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। गुरुवार को तहसीलदार ने उसके बयान दर्ज किए।
महिला आयोग भी पहुंचा अस्पताल
दहेज प्रताडऩा का मामला सामने आने पर महिला आयोग सदस्य भी गुरुवार को जिला अस्पताल पहुंचीं। पीडि़त सायना ने महिला आयोग सखी गायत्री संजय गुप्ता को बताया कि ससुरालवाले मुझे दहेज नहीं लाने पर मारपीट कर परेशान करते हैं व बेटी को जन्म देने के कारण मुझे इंदौर से मेरे घर बड़वानी भेज दिया। वह बार बार फोन लगाकर तलाक लेने के लिए मजबूर किया जाता है। जिससे मानसिक रूप परेशान किया गया इसलिए मैंने सुसाइड करने का प्रयास किया। आयोग सखी गायत्री गुप्ता ने जानकारी लेकर आयोग भेज कर महिला को न्याय दिलाने की बात कही है। आयोग सखी ने कहा दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी। इस मौके पर आयोग संगिनी पायल गुप्ता, मानव अधिकार संघ की जिला उपाध्यक्ष हिमानी कड़ेल मौजूद थीं।
बयान के आधार पर किया केस दर्ज
मारपीट, जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है।लड़की दहेज प्रताडऩा का बयान नहीं दे रही है। तहसीलदार के सामने उसके बयान कराए गए है, उनके सामने भी उसने कुछ नहीं कहा। घटनास्थल इंदौर का है, हम जीरो पर कायमी कर सकते है, लेकिन वो यहीं पर केस दर्ज कराना चाहते है।
राजेश यादव, कोतवाली थाना प्रभारी