सही समय
योग करने के लिए सबसे सही समय ब्रह्म मुहूर्त का होता है क्योंकि इस दौरान पेट काफी हल्का होता है और नींद लेने के बाद शरीर काफी रिलेक्स होता है। शौच आदि के बाद व्यक्ति जब योग करता है तो उसे अन्य समय के अलावा ज्यादा लाभ होता है।
योग करने के लिए सबसे सही समय ब्रह्म मुहूर्त का होता है क्योंकि इस दौरान पेट काफी हल्का होता है और नींद लेने के बाद शरीर काफी रिलेक्स होता है। शौच आदि के बाद व्यक्ति जब योग करता है तो उसे अन्य समय के अलावा ज्यादा लाभ होता है।
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जल्दबाजी न करेंयोग हमसे मानसिक तौर पर अधिक जुड़ा है इसलिए ध्यान रखें कि इसका अभ्यास जल्दबाजी में नहीं करें। पूरी चेतना के साथ योग करने से ही इसका पूरा लाभ मिल पाता है। कई लोग आसन न हो पाने से फौरन हताश हो जाते हैं और छोड़ने का मन बना लेते हैं। धैर्य रखें क्योंकि जैसे-जैसेे आप आसन करते जाएंगे शरीर का लचीलापन बढ़ेगा व क्षमता बढ़ती चली जाएगी।
मैट का प्रयोग
योग के दौरान शरीर से ऊर्जा निकलती है। जब हम जमीन पर योगाभ्यास करते हैं तो पृथ्वी की ऊर्जा और शरीर की ऊर्जा से बॉडी में असंतुलन होने लगता है इसलिए इसे मैट, चटाई या दरी पर ही करें।
योग के दौरान शरीर से ऊर्जा निकलती है। जब हम जमीन पर योगाभ्यास करते हैं तो पृथ्वी की ऊर्जा और शरीर की ऊर्जा से बॉडी में असंतुलन होने लगता है इसलिए इसे मैट, चटाई या दरी पर ही करें।
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पानी न पिएंजब हम योग का अभ्यास करते हैं तो धीरे-धीरे शरीर में ऊष्मा का स्तर बढ़ता है। लेकिन अगर इस दौरान ठंडा पानी पी लिया जाए तो ऊष्मा के स्तर में तेजी से गिरावट आने से एलर्जी, कफ और जुकाम की समस्या हो सकती है। योग के 15 मिनट बाद ही पानी पिएं।
शौच
अभ्यास से पूर्व या उस दौरान मोशन या यूरिन की इच्छा हो तो आवेग को कभी भी रोकें नहीं।
जो लोग हाल ही में लंबी बीमारी से उठे हों, गर्भवती महिलाएं और अत्यधिक शारीरिक कमजोरी होने पर विशेषज्ञ की सलाह व उनकी देखरेख में ही योगाभ्यास करना उचित रहता है।
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बरतें सावधानीजो लोग हाल ही में लंबी बीमारी से उठे हों, गर्भवती महिलाएं और अत्यधिक शारीरिक कमजोरी होने पर विशेषज्ञ की सलाह व उनकी देखरेख में ही योगाभ्यास करना उचित रहता है।