उन्होंने कहा कि अब संघर्ष सफल हुआ और सभी अपने घरों पर दीपावली का त्योहार मनाए। इसके बाद आंदोलनकारियों ने दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रेक से हट गए और हिण्डौन रोड से भी जाम खुलवा दिया। इसके बाद रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे और ट्रेक की मरम्मत का कार्य शुरू हुआ।
ट्रेक दुरस्त होने पर दोपहर करीब 1.30 अप लाइन से फं्रटियर मेल ट्रेन को निकाला गया। उधर, बयाना उपखण्ड मुख्यालय पर तैनात पुलिस बल को भी रवाना कर दिया गया। वहीं, कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से वह ट्रेक पर नहीं पहुंचे।
इससे पहले पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर गुर्जर नेता विजय ने समाज के लोगों से कहा कि सभी छह बिंदुओं पर सरकार के साथ समझौता हो गया है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिलाया है कि गुर्जर समाज की सभी मांगें जल्द पूरी कर दी जाएंगी।
बैंसला ने समाज के लोगों के सामने रेलवे ट्रेक पर 6 बिंदुओं के सहमति पत्र को पढ़कर भी सुनाया। इसके बाद सभी ने जयकारे लगाए और आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई। बैंसला द्वारा सहमति पत्र को पढऩे के बाद यहां मौजूद सभी गुर्जर समाज के लोगों ने इस पर सहमति जताई। घोषणा के साथ ही सभी लोगों ने रेलवे ट्रेक छोड़ दिया और सड़क पर हिण्डौन-भरतपुर मार्ग समेत अन्य स्थानों पर लगे जाम खुलवा दिया।
गौरतलब है कि गुर्जर समाज ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला एवं विजय की अगुवाई में 1 नवंबर से बयाना के पीलूपुरा में आंदोलनरत था। आंदोलन के ग्यारवे दिन बुधवार को सरकार की तरफ से कर्नल बैंसला के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल जयपुर में वार्ता करने गया था।
यहां सरकार और गुर्जर समाज के बीच जयपुर में करीब 9 घंटे तक लम्बी चली वार्ता के बाद सहमति बनी। गुर्जर समाज ने सरकार से सभी बिंदुओं पर सहमति देते हुए देर रात आंदोलन समाप्ति की घोषणा कर दी थी।