
किसी स्कूल में कम्प्यूटर धूल फांक रहे हैं तो किसी में आलमारी की शोभा बढ़ा रहे हैं। कई जगह कम्प्यूटर खराब हो चुके हैं तो कुछ जगह ठीक होने के बाद भी कम्प्यूटर काम नहीं आ पा रहे हैं। कुछ ऐसे ही हालात हैं जिले में प्रारम्भिक शिक्षा के स्कूलों में लगे कम्प्यूटरों के। इसी कारण बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
जिले में 159 मिडिल स्कूलों में नौनिहालों को कम्प्यूटर की शिक्षा देने के लिए कम्प्यूटर लगाए जा चुके हैं। पिछले एक दशक के दौरान लगाए इन कम्प्यूटरों को अब स्कूलों में हाल-बेहाल है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते सरकार की मंशा पूरी नहीं हो पा रही है।
नहीं है प्रशिक्षित शिक्षक
शहर के नमक कटरा मिडिल स्कूल में वर्षों पहले 5 कम्प्यूटर लगे थे। इनमें से 3 खराब हो चुके हैं। प्रशिक्षित शिक्षक के अभाव में 2 कम्प्यूटर भी बच्चों को शिक्षा देने के काम नहीं आ पा रहे हैं।
इसी तरह जामा मस्जिद के समीप सिटी मिडिल स्कूल में करीब 2 माह पहले 2 कम्पयूटर लगाए गए, लेकिन इस स्कूल में भी प्रशिक्षित शिक्षक के अभाव में कम्प्यूटर काम नहीं आ पा रहे हैं।
टेबिल पर सजे कम्प्यूटर
सीकरी. किशनपुरा के मिडिल स्कूल में दो कम्प्यूटर लगे हैं, जो टेबिल पर सजे हैं। यहां प्रशिक्षित शिक्षक है, लेकिन दोनों ही कम्प्यूटरों के खराब होने के कारण उनका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है।
आलमारी की बढ़ा रहे शोभा
रूपवास. नगला समाहद के मिडिल स्कूल में कम्प्यूटर आलमारी की शोभा बढ़ा रहे हैं। यहां बिजली नहीं है। फर्नीचर भी नहीं है और कम्प्यूटर की पढ़ाई कराने के लिए प्रशिक्षित शिक्षक भी नहीं है।
धूल फांक रहे कम्प्यूटर
कामां. नगला कुलवाना के मिडिल स्कूल में होने को तो दो कम्प्यूटर है, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी से धूल फांक रहे हैं। तीन वर्ष पहले लगे इन कम्प्यूटरों का अभी तक कोई उपयोग नहीं हो सका है। यह एक कमरे के कोने में टेबिल पर रखा है।
खराब ही मिले कम्प्यूटर
नदबई. खेड़ा के मिडिल स्कूल को बालिका सैकण्डरी स्कूल बैलारा से मिले तीन कम्प्यूटर तभी खराब हालात में मिले बताए। यहां प्रशिक्षित शिक्षक नहीं है। हालांकि शिक्षकों ने इन्हें ठीक कराने का प्रयास किया, लेकिन वे ठीक नहीं हो पाए।
-संस्था प्रधानों को खराब कम्प्यूटरों को ठीक कराने को कहा जा चुका है। कई जगह कम्प्यूटरों के खराब होने तो कुछ जगह उनका उपयोग ही नहीं किए जाने की शिकायतें हैं। अब फिर से संस्था प्रधानों को इसके लिए पाबंद किया जाएगा।
मुंशी खान, एडीपीसी, एसएसए, भरतपुर।
संस्था प्रधानों को नोटिस जारी कर मांगा जवाब
भरतपुर. प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बिजली, पानी, शौचालय की बदहाली, जर्जर भवन सहित मूलभूत सुविधाओं को लेकर सर्व शिक्षा अभियान के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक मुंशी खान ने संस्था प्रधानों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने 19 जुलाई से 'नौनिहाल कैसे होंगे निहालÓ शीर्षक से लगातार समाचारों का प्रकाशन कर प्रारम्भिक शिक्षा के प्राइमरी व मिडिल स्कूलों के हालत बताए। इसके बाद ही विभागीय अधिकारी हरकत में आए।
एडीपीसी खान ने कहा कि नोटिस में संस्था प्रधानों से यह भी पूछा गया है कि मूलभूत सुविधाएं के लिए उनकी तरफ से किए गए प्रयासों का भी जवाब में उल्लेख किया जाए।
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Published on:
27 Jul 2017 11:44 am
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