जानकारी के अनुसार किला स्थित नर्सिंग होम के पास रामेश्वर खण्डेलवाल के मकान के सामने की दीवार पर बल्ली लगाकर प्लास्टर का कार्य चल रहा था। यहां श्रमिक दिगम्बर जाटव पुत्र हरीशंकर निवासी बड़ा मोहल्ला कमला रोड व उसका चाचा विजय सिंह (50) पुत्र मुरारी कार्य कर रहे थे। अचानक सामने से निकल रही विद्युत केबल की चपेट में आने से दोनों को करंट लग गए और नीचे जा गिरे। हादसा देख लोग उन्हें तुरंत जिला अस्पताल ले गए, जहां पर दिगम्बर को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि चाचा विजय सिंह को भर्ती कराया। हादसे की सूचना पर परिजन अस्पताल पहुंच गए। यहां पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन मृतक का शव लेकर रवाना हो गए लेकिन कोतवाली चौराहे पर पहुंचने पर शव को रख कर जाम लगा दिया। परिजन व लोगों ने हादसे को लेकर प्रदर्शन किया। सूचना पर कोतवाली प्रभारी रामकिशन यादव समेत अन्य पहुंचे और समझाइश की लेकिन परिजन मुआवजे और कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। यहां काफी देर तक हंगामा चलता रहा। बाद में मौके मेयर अभिजीत कुमार व एसडीएम मौके पर पहुंचे और परिजनों को समामाइश की। जिस पर परिजन शव उठाने पर राजी हुए। पार्षद नरेश ने बताया कि मेयर ने राज्य सरकार ने पीडि़त परिवार को पांच लाख रुपए मुआवजा दिलाने और निगम में एक सदस्य को अस्थाई नौकरी दिलाने का भरोसा दिया है।