कोविड हॉस्पिटल जुनवानी से मंगलवार को दो लोगों को डिस्चार्ज किया गया।दोनों पूर्ण स्वस्थ्य है। इसमें से 1 उतई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ डॉक्टर है। हास्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद डॉक्टर 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहेंगे। डॉक्टर कोविड -19 ड्यूटी करते समय कोरोना की चपेट में आ गए थे।
निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण के मामलों को कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने मंगलवार को आईएमए के पदाधिकारियों व निजी अस्पतालों के प्रबंधकों को तलब किया और सावधानियों को लेकर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि किसी प्राइवेट हॉस्पिटल से मरीजों के संक्रमित होने के मामले अधिक आते हैं तो पूरे हॉस्पिटल को सील की किया जाएगा। इस दौरान पीपीई किट के सही इस्तेमाल और हॉस्पिटल में संक्रमण को रोकने संबंधी सावधानियों की जानकारी देकर वीडियो फिल्म भी दिखाई।
कलेक्टर ने कहा कि प्राइवेट हॉस्पिटलों में स्वास्थ्य विभाग की टीम मानिटरिंग करेगी। यहां पर पीपीई किट की उपलब्धता, इनके उपयोग व अन्य सावधानियों के क्रियान्वयन पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि थोड़ी भी चूक संक्रमण को तेजी से फैलाने का कारण बन सकती है।
कलेक्टर ने कहा कि जिन प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोना पाजिटिव संक्रमण के मामले सामने आए हैं वहां अभी प्रभावित क्षेत्र को सील किया है और इमरजेंसी सेवाएं आरंभ रखी हैं। किसी भी अस्पताल में यदि अनुपात से अधिक संक्रमण के मामले आते हैं तो फिर पूरे अस्पताल को सील किया जाएगा।
जांच के लिए भेजे गए आरटीपीसीआर-6895
निगेटिव आया-6160
रिपोर्ट आना शेष-555
अब तक पॉजिटिव-163