श्रमिकों को संगठित करने बनाएंगे सदस्य यूनियन कार्यालय में बैठक के दौरान नवनिर्वाचित अध्यक्ष जमील अहमद ने बताया कि ठेका श्रमिकों के मुद्दों पर संघर्ष करने के लिए नई रणनीति जल्द तय की जाएगी। श्रमिकों को संगठित करने के लिए यूनियन की सदस्यता दिलाने के साथ ही जिम्मेदारी के तहत कार्य करने पर चर्चा हुई।
मजदूरों की आर्थिक स्थिति हो रही कमजोर ठेका श्रमिकों का शोषण लगातार चलता रहता है और उनको न्यूनतम वेतन के आधे से भी कम में संतोष करना पड़ता है। उनकी परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है। जिससे सामाजिक व्यवस्था और ढांचा दोनों चरमरा रहा है।
सीटू कोशिश कर रही है कि हर मजदूर को वेतन पर्ची मिले। इससे उसे यह पता चल सकेगा, कि उसे वास्तव में कितना वेतन मिलना चाहिए था और ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से उसको कितने रुपए का नुकसान हो रहा है। इससे मजदूरों को मालूम नहीं होता कि उनको कितने दिनों की हाजिरी मिली है। उस हाजिरी के बदले उनको प्रतिदिन न्यूनतम मजदूरी के हिसाब से भुगतान हुआ है या नहीं।
श्रमिक समस्याओं पर चर्चा करने यह थे मौजूद आईआर प्रभारी से मुलाकात करने पहुंची नवनिर्वचित टीम में महासचिव योगेश सोनी, आईआर विभाग के प्रभारी अधिकारी सहायक महाप्रबंधक एसके सोनी, रामा राव, वीवी प्रसाद, जमील अहमद, यूके सूर्यवंशी, यूएस पुरामे, राजू भारती, शैलेंद्र रावत, मनीष सहगल, एसके साहू, राजू सिंह, बैजनाथ, पीके मुखर्जी, बीपी राजपूत, लालचंद्र वर्मा, बहादुर चौधरी शामिल थे।