बीएसपी ने पिछले वर्ष अप्रैल २०१६ में जब पानी टंकी को ढहाया था, तब उसके बाजू में मौजूद पानी टंकी में दरार आ गए थे।अब इस टंकी को अगर बारूद से ढहाते हैं, तो आशंका है कि नई पानी टंकी में दरार आ जाएगा। जिसे बीएसपी ने हाल ही में तैयार किया है।
सेक्टर-7 की एक 38 साल पुरानी जर्जर पानी टंकी को ढहाने के लिएपिछले वर्ष कंट्रोल ब्लास्टिंग सिस्टम का उपयोग किए थे।ब्लास्ट की आवाज बहुत तेज थी, करीब दो से तीन किलोमीटर तक सुनी गई थी।
मैनुअल पानी टंकी तोडऩे में करीब 10 लाख तक खर्च और ढाई माह से अधिक का समय लगता है। वहीं ब्लास्टिंग सिस्टम से २.५ लाख में चार दिन की प्रक्रिया के बाद तीन सेकंड में गिराना जा सकता है। टाउनशिप में दस साल पहले छावनी स्थित पांच मंजिला बिल्डिंग कंट्रोल ब्लास्टिंग से पहली बार गिराए थे।