पार्षद से लेकर सीएम व राज्यपाल और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष तक का सफर
छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर के रहने वाले मोतीलाल वोरा ने राजनीतिक जीलन की शुरआत पार्षद पद से की थी। उसके बाद विधायक चुने गए। विधायक के बाद अविभाजित मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा मंत्री बने। इसके बाद दो मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। राज्य की राजनीति से केंद्र में जाने के बाद उन्हें देश के सबसे राज्य उत्तर प्रदेश का राज्यपाल भी बनाया गया था। पार्टी के सबसे पुराने और गांधी परिवार के सबसे करीबी व वफादार नेता में मोतीलाल वोरा शामिल है। वे लंबे समय तक पार्टी के कोषाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
वोरा जी को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर सोशल मीडिया में बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारी उन्हें अध्यक्ष बनाए की घोषणा के बाद से एक दूसरे को बधाई देते रहे। पार्टी कार्यकर्ता वाट्सएप, फेसबुक ट्विटर पर भी शुभकामनाएं दिए जा रहे हैं।
इस संबंध में वोरा जी से पत्रिका ने फोन पर संपर्क किया। उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें इस संबंध में अभी कोई जानकारी या सूचना नहीं मिली है। बता दें कि वे इस समय दिल्ली में है। उनके विधायक पुत्र अरुण वोरा भी दिल्ली में ही है। उनसे भी संपर्क किया गया किंतु बात नहीं हो पाई।