शासन ने नए आदेश जारी किया है कि पीपीई किट को दिन में एक बार यूज करना है, लेकिन किट में शामिल ग्लोब्स को प्रत्येक सैंपल लेते समय बदलना है। वैसे भी किट की संकट है। बार-बार पीपीई किट को पहनने और निकालने की आवश्यकता न पड़े इसलिए जिला अस्पताल प्रशासन ने मौसम को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक टीम के लिए एसी एम्बुलेंस की व्यवस्था की है। जिससे टीम के सदस्यों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
सैंपल लेने के लिए टीम को असुविधा न हो इस लिहाज से सिविल सर्जन ने सूची को चार हिस्सों को क्षेत्र में बांटा है। साथ ही प्रत्येक टीम को एक एक सूची देकर उस क्षेत्र की जिम्मेदारी दी है। यही कारण है कि सैंपल क लेक्ट करने में लोगों को सुविधा हो रही है।
कोराना वायरस मुंह, नाक व आंख से शरीर में प्रवेश करता है। मास्क लगाने से यह सीधे प्रवेश नहीं कर सकता। पीडि़त व्यक्ति और उस परिवार के सदस्य के अलावा उसके आसपास रहने वाले को मास्क पहनना आवश्यक है। वायरस का आकार इतना बड़ा है कि इसमे साधरण मास्क से सुरक्षा हो सकती है।
किसी भी संक्र मण को रोकने एहतियात आवश्यक है। हाथ को इसलिए बार-बार धोना चाहिए क्योंकि हम हाथ से भोजन नास्ता करते हैं। आवश्यक नहीं कि आप सेनिटाइजर से हाथ धोए। साबुन से भी हाथ धोया जा सकता है। हाथ धोने के तरीका महत्वपूर्ण है।
अगर हम दो व्यक्तियों के बीच में एक मीटर दूरी नियमों का पालन नहीं करते है तो संक्रमण तेजी से फैलेगा। जरुरी नहीं की कोराना ही फैले। इस मौसम में अन्य वायरस भी सक्रिय रहते है। दूरी बनाकर बातचीत करने और हाथ नहीं मिलाने से केवल कोरोना ही नहीं अन्य संक्रमण से भी बचा जा सकता है।
टोल फ्री नंबर -104
टैली फोन नंबर- 078 8 -2210773 कोरोना से बचना है तो ये करे
– खाली गर्म पानी से गरारा अवश्य करे
– ठंडी चीज बिलकुल न खाए (इससे संक्रमण फैलता है)
– संक्रमण काल के दौरान हर व्यक्ति को गर्म भोजन करना चाहिए
– खाना इतना बनाए कि बचे न
– फ्रिज में रखा भोजन इस दौरान बिलकुल न खाए
– फिल्ड कार्यकर रहे है तो कपड़ा नियमित बदले, धोने के बाद धूप में सुखाए या फिर प्रेस कर पहने
– कपड़े को मास्क हर दिन साफ कर प्रेस कर उसे पहने
– पहने हुए मास्क को सबसे आखरी में उतार कर हाथ मुंह धोए