आइएमए की मांग को नजर अंदाज किया गया आइएमए ने यह निर्णय मंगलवार को दोपहर बाद लिया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के फरमान जारी होते ही जिला स्तर के पदाधिकारियों ने अस्पतालों के ओपीडी बंद रखने का अधिकृत बयान जारी किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि केन्द्र सरकार सोमवार को संसद में नेशनल मेडिकल काउंसिल बिल 2019 प्रस्तुत किया है। बिल में आइएमए की मांग को नजर अंदाज किया गया है। जिसका विरोध किया जाएगा।
दुर्ग-भिलाई में 300 अस्पताल
दुर्ग-भिलाई आइएमए में लगभग 500 सदस्य हैं। वहीं 300 छोटे बड़े अस्पताल संचालित है। डॉक्टरों ने निर्णय लिया है कि नर्सिंग होम और क्लिनिक का ओपीडी बंद रहेगा। इस दौरान आपात स्थिति आने पर ही वे मरीज को देखेंगे।
रुटिन चेकिंग के लिए सोमवार को अस्पताल ना जाए, डॉक्टर ओपीडी रखेंगे बंद सरकारी अस्पताल के ओपीडी शाम 5 बजे तकसरकारी अस्पतालों का ओपीडी समय दो साल से बदला हुआ है। ओपीडी का समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक किया गया है। आईएमए के हड़ताल को देखते हुए संचालनालाय ने बुधवार को ओपीडी समय में परिर्वतन किया है। हड़ताल की वजह से जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्दों के ओपीडी शाम 5 बजे तक खुले रहेगें।
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को देशभर के डॉक्टर सुरक्षा कानून बनाने करेंगे मेल सरकारी अस्पताल का ओपीडी शाम 5 बजे तक सीएचएमओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि (Directorate health services)संचानालाय स्वास्थ्य सेवाएं ने आदेश दिया है कि सभी सरकारी अस्पताल का ओपीडी शाम 5 बजे तक खुला रखा जाए। इस आशय की जानकारी हमने सभी अस्पताल प्रभारी को देकर ओपीडी शाम 5 बजे तक खोलने के लिए कहा है।
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