छावनी के वार्ड-२८ में रहने वाली सरस्वती यादव (१७ वर्ष) ने रायपुर के बालाजी हॉस्पिटल में मंगलवार को दोपहर १२ बजे दम तोड़ दिया। वह एसआर हॉस्पिटल में चार दिनों से भर्ती थी। सोमवार की शाम को ही यहां से रायपुर रेफर किए गए थे। मृतका के दो भाई व एक बहन भी डेंगू से पीडि़त हैं। मृतका की छोटी बहन ज्योति यादव (१५ साल) और छोटा भाई विकास यादव (१२ साल) एसआर हॉस्पिटल में दाखिल हैं।
मृतका के घर के सामने निगम ने घटना के बाद चूना का छिड़काव करवा दिया है। वहीं सड़क के किनारे में जगह-जगह पानी एकत्र है, जिसमें डेंगू के लार्वा पल रहे हैं। पानी की निकासी की व्यवस्था यहां नहीं है। जिसकी वजह से भी गंदगी और बढ़ रही है।
छावनी की पार्षद तुलसी पटेल ने बताया कि वार्ड में पानी एकत्र न हो, इसके लिए नाली का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा। डेंगू से जिनकी जान चली गई है, उनके परिजनों को कम से कम सरकार की ओर से १० लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।
चिकित्सक ने रिपोर्ट देखा और कहा कि हां डेंगू है। इसके बाद डॉक्टर ने कहा कि हॉस्पिटल में बेड नहीं है, इंजेक्शन लगवाने आ जाना। इसके बाद परिवार ने बच्ची को स्पर्श हॉस्पिटल लेकर चार दिन पहले पहुंचे। वहां बोले की घर में ही रखो, हर दिन इंजेक्शन लगवाने ले आना। यहां बेड खाली नहीं है। मां बच्ची को लेकर घर चली गई। अभी भी बेटी का बुखार उतरा नहीं है।
बच्ची को डेंगू होने की आशंका से भयभीत मां सुबह का इंतजार करने को तैयार नहीं थी, वह पति के साथ शंकरा मेडिकल कॉलेज में रात १.३० बजे बेटी को लेकर पहुंची। यहां मौजूद चिकित्सक से बार-बार कह रही थी, बेटी को डेंगू तो नहीं है, जांच कर दो।
मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को १३ निजी अस्पताल संचालकों को नोटिस जारी किया है। उन्हें हिदायत दी है कि वे डेंगू के गंभीर मरीजों को भर्ती न करें। डेंगू के मरीजों की सूचना वे कंट्रोल रुम को दे। सीएमएचओ कार्यालय से जानकारी दी गई है कि विभाग को सूचना मिली थी कि कई अस्पताल संचालक मरीजों को भर्ती तो कर रहे हंै, लेकिन इलाज सही नहीं हो रहा है। इस वजह से डेंगू पीडि़त मरीजों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
निगमायुक्त ने डेंगू नियंत्रण में लापरवाही करने वाले स्वच्छता निरीक्षक पवन मिश्रा को निलंबित कर दिया है। सोमवार को किए गए कार्य की दैनिक समीक्षा के लिए उन्हें निगम सभागार में उपस्थित होने कहा गया था फिर बगैर सूचना के अनुपस्थित रहे।
महिला सुरक्षा अभियान से जुड़ी पुलिस की ब्रांड एंबेसडर स्मिता तांडी भी डेंगू का शिकार हो गर्इं हैं। डेंगू पॉजीटिव होने की पुष्टि के बाद डॉक्टरों ने एहतियात बरतने की सलाह दी है। कसारीडीह में 5 और डेंगू प्रभावित मिले हैं।