राउरकेला एसपी मित्रभानु महापात्र ने बताया कि केंद्र सरकार का एक कर्मचारी इस गिरोह के झांसे में आकर 67 लाख 70 हजार रुपए ठगी का शिकार हो गया। उसकी शिकायत पर 30 दिसंबर 2023 को राउरकेला के उदित नगर थाने में प्रकरण दर्ज किया गया। जब एक आरोपी पकड़ा गया तब अंतरराष्ट्रीय स्तर के साइबर फ्राड करने वाले इस गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। इसके बाद आरोपियों को पकडऩे के लिए टीम को छत्तीसगढ़ भेजा था।
15 करोड़ की ठगी में लिप्त: राउरकेला पुलिस ने रायपुर तेलीबांधा शताब्दी नगर निवासी आरोपी संदीप जैन उर्फ बिट्टू (40 वर्ष), भिलाई वैशालीनगर क्षेत्र के जवाहर नगर निवासी पंकज राव उर्फ पंकु (33 वर्ष), जामुल आम्रपाली कॉलोनी निवासी नसीम उर्फ एमजी मसीमुद्दीन (45 वर्ष), जवाहर नगर निवासी नवीन राव उर्फ सोनू (35 वर्ष) और जवाहर नगर निवासी उज्ज्वल उत्कर्ष उर्फ जमफ्रेस (22 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। ये आरोपी 15 करोड़ से अधिक की साइबर ठगी में संलिप्त है।
एक आरोपी महादेव बेटिंग ऐप का आरोपी: इनका इंटरनेशनल आर्गेनाईज साइबर सिडिंकेट है। जिसका संचालन कम्बोडिया से किया जा रहा था। एक आरोपी महादेव बेटिंग ऐप का भी आरोपी है। आरोपियों से सेबी से जुड़े होने के फर्जी ऐप, 200 फर्जी सिम समेत नकद रकम जब्त की गई है। क्रिप्टो करेंसी के नाम पर धन दोगुना करने का झांसा देकर यह गिरोह ठगी कर रहा था। देश भर में 210 मुकदमे दर्ज हैं।
राउरकेला पुलिस आई थी। साइबर फ्राड से जुड़े मामले में वैशाली नगर से आरोपियों को पकड़ने के लिए मदद मांगी थी। राउरकेला पुलिस के साथ क्वार्डिनेशन चल रहा है। यहां से टीम भेजी गई है।
-रामगोपाल गर्ग, एसएसपी दुर्ग