27 साल के लिए जमीन दिया लीज पर
रेलवे ने करीब 122 हेक्टर भूमि को इस काम के लिए 27 साल के लिए लीज पर दिया है। जिसे पूर्णता स्थापित करने के लिए करीब 2 साल का समय दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि मार्च 2021 से इस सोलर पॉवर प्लांट से एनर्जी मिलने लगेगी।
25 साल तक करेगा 50 मेगा वाट ऊर्जा का उत्पादन
कंपनी को 25 साल तक 50 मेगा वाट सोलर पावर प्लांट का मेंटेनेंस करना है। इससे निर्मित ऊर्जा को रायपुर रेल मंडल रेल परिचालन के लिए ट्रेक्शन के रूप में उपयोग करेगा। आगामी समय में रायपुर रेल मंडल अपनी कुछ गाडिय़ों को सोलर पावर एनर्जी से संचालित करेगा। जिससे विद्युत ऊर्जा की बचत होगी और हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी अहम कदम साबित होगा।
360 करोड़ का होगा बचत
वर्तमान समय में विद्युत की करीब 4.50 से 4.75 यूनिट दर की लागत आ रही है। सोलर पावर प्लांट लगने से यह 2.09 यूनिट लागत आएगी। जिससे लगभग 1.70 रुपए का फायदा होगा। अनुमानित आंकलन के अनुसार प्रतिदिन 25 साल में लगभग 360 करोड़ राजस्व की बचत होगी। इस सोलर पावर प्लांट द्वारा प्रतिदिन लगभग ढाई लाख यूनिट एनर्जी उपलब्ध कराई जाएगी।