प्राचार्य डॉ. धीरेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि ये ऑफ र इस सत्र का उच्चत्तम रहा है और शुभम मेवेनीर कंपनी के बैंगलूर कार्यालय में कार्य करेगा, साथ ही इस वर्ष सूचना प्रौद्योगिकी ब्रांच में प्लेसमेंट काफ ी उम्दा रहे है।
मां ने भी मनरेगा में मजदूरी शुभम ने बताया कि वह जिले के गेगास गांव से है और उनके पिता जगदीश चंद्र पारीक ने वॉचमन का काम भी किया है। माता मंजू देवी पारीक ने नरेगा में भी श्रम किया ताकि अपने बेटे की पढ़ाई में रुकावट न आए। आर्थिक समस्याओं के चलतें बहुत रुकावटें भी आई लेकिन माता-पिता और बहनों के प्रयास सफ ल हुए।
कॉलेज की एलुमनाई एसोसिएशन से अनुराग जागेटिया ने बताया कि हर वर्ष एलुमनाई एसोसिएशन जरूरतमंद और होनहार विद्यार्थियों को सभी एलुमनाई के सहयोग से छात्रवृत्ति के द्वारा सहयोग प्रदान करती है और शुभम भी उनमे से एक छात्र है।