READ: किशोरी के दुष्कर्मी को दस साल की सजा चिकित्सकों को दिखाने के बाद एमजीएच के बाहर एक व्यक्ति मिला। उसने शास्त्रीनगर में साहब के यहां ड्राईवर की नौकरी दिलाने का उदयलाल को झांसा दिया। इस पर उसे ऑटो किराए करके साथ ले गया। बड़ला चौराहे पर दोनों उतर गए। वहां नाले पर बैठ गए। इस दौरान एक व्यक्ति और वहां पहुंच गया।
READ: अरवड़ चौकी प्रभारी साढ़े चार हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार बातचीत में उलझाया, खुलवाए लिए गहने इस दौरान दोनों उचक्के बातचीत करने लगे कि मायरे के लिए जो रामनामी बनवाई छोटी पड़ रही है। मायरे में बड़ी चाहिए। यह कहते उन्होंने गुर्जर द्वारा पहनी सोने की रामनामी व मांदलिए की डिजाइन को अच्छा बताया। उसे बातों में उलझा कर उसके करीब ढाई तोले के दो मांदलिए और एक रामनामी खुलवा कर उसी डिजाइन की बनवाने के लिए स्वर्णकार को दिखाकर वापस आने की बात कहकर गहने लेकर एक व्यक्ति चला गया।
जबकि दूसरा उसके पास बैठा रहा। कुछ दूर बाद दूसरा भी बहाने से चला गया। काफी देर तक दोनों वापस नहीं लौटे तो उदयलाल को शक हुआ। उसने कोतवाली पहुंच घटनाक्रम की जानकारी दी। उसे बाद में भीमगंज भेजा गया। पुलिस सूचना केन्द्र और रास्ते में लगे सीसी टीवी फुटेज को खंगाल रही है। सूचना केन्द्र चौराहे पर लगे कैमरे के फुटेज में एक व्यक्ति पेंट-शर्ट पहने हुए नजर आ रहा है।