अधिकारियों के अनुसार मंडी में व्यापार करने वालों के पास आने वाली चीनी व गुड पर 1.60 रुपए प्रति सैकड़ा टैक्स है। वर्ष 2019-20 में 2 लाख 14 हजार 863 क्विंटल चीनी मंडी में आई थी। इस पर 1 करोड़ 19 लाख 94 हजार 960 रुपए का टैक्स बना। इसी प्रकार गुड की आवक 23,178 क्विंटल हुई। इस पर 11 लाख 56 हजार 688 रुपए का टैक्स बना।
चार साल में 30.09 लाख का टैक्स
इसे मंडी कर्मियों की लापरवाही मानें या मिलीभगत कि चार साल में चीनी व गुड पर कुल 30 लाख 9 हजार रुपए का टैक्स मिला। अप्रेल 2023 से जनवरी 2024 तक एक रुपए टैक्स नहीं मिला।
मंडी से बाहर फ्री
मंडी व्यापारी राजेन्द्र बिड़ला का कहना है कि सरकार ने मंडी में आने वाली चीनी व गुड पर टैक्स लगा रखा था। मंडी से बाहर कोई टैक्स नहीं है। इसके चलते कोई भी व्यापारी माल मंडी में नहीं मंगवाता। सरकार के टैक्स समाप्त करने के निर्णय से अब मंडी में चीनी व गुड की आवक होगी।
चीनी 400 व गुड 40 क्विंटल की खपत
भीलवाड़ा मंडी के अलावा बाजार नंबर 1, 2 व 3 में चीनी व गुड के दो दर्जन से अधिक व्यापारी हैं। शहर में प्रतिदिन चीनी 400 व गुड़ 35 से 45 क्विंटल की आवक है।
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कृषि मंडी में चीनी व गुड से टैक्स की स्थिति
वर्ष चीनी टैक्स गुड़ टैक्स
2019-20 1.20 करोड़ 11.56 लाख
2020-21 26.56 लाख 2.20 लाख
2021-22 00.00 6 हजार
2022-23 91 हजार 36 हजार
2023-24 00.00 00.00
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मंडी यार्ड से बाहर आती चीनी व गुड
राज्य सरकार ने मंडी में व्यापार करने वालों पर टैक्स लगा रखा, जबकि मंडी से बाहर इसे फ्री कर रखा था। इसके चलते मंडी में कोई भी माल नहीं मंगवा रहा था। यह स्थिति पूरे राजस्थान की मंडियों की थी। इसलिए दो साल से टैक्स नहीं आ रहा था।
महिपालसिंह, सचिव भीलवाड़ा कृषि उपज मंडी