1. मास्टर्स इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस- कोर्स में छात्रों को नवीनतम तकनीकी और अनुसंधान के क्षेत्र में दक्षता प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा। 2. मास्टर्स इन डेटा साइंस- कोर्स के माध्यम से छात्रों को डेटा के सुधारण, विश्लेषण और विपणन के क्षेत्र में अवसर प्रदान होंगे।
3. साइबर-फिजिकल सिस्टम- इससे छात्र साइबर सुरक्षा और नेटवर्किंग के क्षेत्र में दक्षता हासिल कर सकेंगे। आइटी तकनीक सीखने के साथ छात्र स्टार्टअप से भी जुड़ेंगे।
4. मास्टर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन्स- इस प्रोग्राम के माध्यम से छात्र सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट और नेटवर्किंग में माहिर बन सकेंगे।
भोपाल के ट्रिपल आइटी में छात्रों को विदेशी फैकल्टी पढ़ाएंगे। प्रबंधन ने चीन, ऑस्ट्रेलिया एवं जापान की यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड ईस्टर्न शोर्स, सुन्येत्सन यूनिवर्सिटी, कर्टीन यूनिवर्सिटी एवं यूआइए नॉर्वे से एमओयू किया है। बीयू के छात्रा भी मैनिट एवं आइआइटी इंदौर से स्टार्टअप सीखेंगे।
डायरेक्टर केके शुक्ला ने बताया कि मैनिट में 5-जी लैब स्थापित की जा रही है। लैब से देशभर के स्टूडेंट्स यहां रिसर्च कर सकेंगे। लैब से छात्रों को रिसर्च में मदद मिलेगी। एग्रीकल्चर तकनीक सीखेंगे। लैब से तकनीकी और शैक्षणिक समुदायों की क्षमता बढ़ेगी। इस लैब का उद्देश्य भारतीय शिक्षा जगत और स्टार्टअप इकोसिस्टम को 6-जी के लिए तैयार भी करना।
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