छात्रा ने गेस्ट फैकल्टी व क्रिकेट कोच सुनील शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह उसे अश्लील मैसेज-वीडियो भेजकर और वीडियो कॉल कर परेशान करता था। एचओडी से भी शिकायत की, उन्होंने विभाग के डायरेक्टर अखिलेश शर्मा को भी जानकारी दी, पर कुछ नहीं हुआ।
छात्रा की जुबानी: सारी हदें पार कर दीं
छा त्रा ने बताया कि यह सब नवंबर 2019 से चल रहा था। वह भद्दे मैसेज और वीडियो भेजने लगा, रात में वीडियो कॉल करता। एक दिन तो मुझे व्हाट्सएप पर अश्लील क्लिप भेजी और पूछा कि देखा… कैसा लगा? एक दिन कॉल करके बोला कि मैडम (वाइफ) घर पर नहीं हैं, तो मिलने आ जाओ। मैं हैरान रह गई।
सोचा डिपार्टमेंट की बात है, यहीं खत्म हो जाए। लेकिन मेरे इनकार के बाद उसके हौंसले इतने बुलंद हो गए कि वह डिपार्टमेंट में लोगों से मुझे चरित्रहीन बताते हुए, भद्दी-भद्दी बातें करने लगा।
एचओडी आलोक मिश्रा को 22 फरवरी को मैसेज कर पूरा वाकया बताया। 24 को उन्होंने मुझे डायरेक्टर से बात करने को कहा। मैंने डायरेक्टर से बात की तो उन्होंने मुझे लिखित में शिकायत करने को कहा, तो मैंने उन्हें सबूत दिए।
नोट: सुनील शर्मा से पक्ष जानने के लिए मोबाइल पर कॉल किए, पर उन्होंने रिसीव नहीं किया। वहीं शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर छात्रा ने खुद डायरेक्टर को बतौर सबूत वीडियो भेजे, फिर भी नजरअंदाज किया। सोमवार को मामला बीयू की महिला उत्पीडऩ सेल में पहुंचा। उसके बाद कुलपति प्रो. आरजे राव ने छात्रा से भेंट की। वहीं, इस पूरे मामले पर कुलपति ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
छात्रा ने वीडियो मैसेज कर लिखा था कि मेरा नाम सामने नहीं आए। वीडियो ओपन नहीं हुआ, तो सोमवार को छात्रा को बुलाकर पूरा मामला सुना। सुनील शर्मा को तत्काल हटा दिया गया है।
– अखिलेश शर्मा, डायरेक्टर, शारीरिक शिक्षा विभाग, बीयू
जांच शुरू, विभाग के डायरेक्टर को भी हटाया
उत्पीडऩ मामले में विवि ने एक जांच कमेटी केा गठन किया है। निष्पक्ष जांच के लिए विवि ने विभाग के वर्तमान डायरेक्टर अखिलेश शर्मा को जांच पूरी होने तक आईओडीई में पदस्थ कर दिया है व डायरेक्टर का प्रभार प्रो. भूपिन्दर सिंह (विभागाध्यक्ष, मनोविज्ञान विभाग)को सौंपा है। इस संबंध में कुलसचिव ने आदेश जारी किया है।