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कोरोना से लड़ाई अब भारी, पर जीतेंगे हम

फिर वही हालात : लगातार बढ़ रहे संक्रमण के नए मामले, रेमडेसिविर इंजेक्शन का टोटा, ऑक्सीजन की सप्लाई भी बाधित

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तीसरी लहार की आशंका के बीच छत्तीसगढ़ में एक करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली डोज, 24 लाख को दोनों डोज

राहत की बात : हर जिले में बनेगा कोविड केयर सेंटर, नि:शुल्क इलाज के लिए उपलब्ध बिस्तर बढ़ाकर 15 हजार किए जाएंगे
कसेगी लगाम : मास्क, ऑक्सीजन, दवा आदि की कालाबाजारी और मूल्य वृद्धि को रोकने आवश्यक कदम उठाए जाएंगे
आग्रह और सख्ती : मास्क न पहनना पाप करने के समान है, यह अपराध जाना जाएगा। मास्क नहीं तो सख्त कार्रवाई
दवा बाजार में हाहाकार... अपनों की जान बचाने उमड़ी भीड़
भोपाल/इंदौर. कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक हो चुकी है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार इलाज के इंतजाम सहित कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर भी सख्त हो गई है। क्योंकि, कोविड मरीजों के लिए अहम माने जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर हाहाकार के हालात हैं। वहीं, ऑक्सीजन सिलेंडर की भी कमी है। इससे निपटने कोरोना के खिलाफ 24 घंटे के स्वास्थ्य आग्रह में आए सुझावों के आधार पर सरकार ने कई अहम बिंदु तय किए गए हैं। इसके तहत बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के साथ ही दवा, रेमडिसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन सहित तमाम इंतजामों पर फोकस किया है। अब सरकारी और निजी अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता की रियल टाइम जानकारी आमजन को उपलब्ध कराना होगा। इनमें ऑक्सीजन की उपलब्धता की भी लगातार निगरानी की जाएगी। वहीं, छत्तीसगढ़ से आने-जाने वाले यात्री वाहनों पर 15 अप्रेल तक रोक।
- इंजेक्शन के लिए बनेगा प्रोटोकॉल
सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के लिए प्रोटोकॉल बनाना तय किया है। सीएम ने कहा कि रेमडेसिविर के उपयोग के लिए मानक प्रक्रिया (एसओपी) प्रोटोकॉल निर्धारित किया जाएगा, ताकि इसके अनावश्यक उपयोग पर लगाम कसी जा सके। इंजेक्शन की कमी को दूर करने के लिए जरूरी कदम भी उठाए जाएंगे। वहीं, निजी अस्पतालों में जांच की दरें भी तय कर दी हैं।
इंदौर : घंटों इंजतार के बाद भी लौटे खाली हाथ
रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत से शहर में हाहाकार के हालात हैं। कमी के चलते इंजेक्शन 900 से लेकर 5400 रुपए तक में बिक रहा है। बुधवार को दवा बाजार में दुकानों के सामने सैकड़ों लोग कतार में खड़े अपनी बारी का इंतजार करते रहे। भीड़ इतनी थी कि दोपहर तक मेन रोड पर जाम लग गया। स्थिति संभालने पुलिस को जाना पड़ा। कई लोगों को घंटों इंतजार के बावजूद खाली हाथ लौटना पड़ा। इन कतारों में कोरोना प्रोटोकॉल भी टूटा। ड्रग डीलर का कहना है, एक सप्ताह में आपूर्ति होने तक स्थिति सामान्य होगी।
- ये कंपनियां बनाती हैं रेमडेसिविर इंजेक्शन
जायडस-केडिला, हेट्रो, सिप्ला, जुबिलिएंट, मायलान और डॉ. रेड्डीज। इनमें जायडस-केडिला का रेमडेसिविर सबसे सस्ता 900 रुपए का मिल रहा है। शेष कंपनियों के इंजेक्शन गरीब मरीजों की पहुंच से दूर हैं।

- एमआरपी कम करे सरकार: मालू
भाजपा नेता गोविंद मालू ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमत कम करने मांग की है। मालू ने केंद्रीय रसायन व उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को पत्र लिखा है। साथ ही दोनों से फोन पर चर्चा भी की है। मालू ने कहा कि केंद्र सरकार रेमडेसिविर इंजेक्शन को भी डीपीसीओ (ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर) के तहत ले, ताकि कोरोना संक्रमितों को ये दवा सरकार द्वारा निर्धारित कीमत पर एमआरपी पर मिल सके। अभी यह 4800 से 5400 रुपए में बेचा जा रहा है। जबकि, इसकी वास्तविक कीमत 899 से 1200 रुपए के बीच है। मालू ने कहा कि कृत्रिम अभाव खड़ा करने वालों वार कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।
- दस हजार की हर दिन जरूरत
मालू ने कहा कि मध्यप्रदेश में फिलहाल रोज 10 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत है, जिसमें आधे से ज्यादा इंजेक्शन की मांग इंदौर और भोपाल में है। यहां निजी अस्पताल मरीजों को बीमारी बढऩे का भय दिखाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन महंगा बेच रहे हैं, इन्हें गिरफ्तार किया जाए, इन पर रासुका लगाई जाए। मालू ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी केंद्रीय मंत्रियों से बात करने का आग्रह किया है।
- सरकार ने माने सुझाव और 24 घंटे में किए अहम निर्णय...
बिस्तरों की संख्या 24 हजार से बढ़ाकर 36 हजार होगी।
नि:शुल्क इलाज के लिए बिस्तरों की संख्या 15 हजार होगी।
720 फीवर क्लीनिक संचालित बनाए जाएंगे।
प्रतिदिन 40 हजार संदिग्धों की नि:शुल्क जांच होगी।
भोपाल के एलएन और पीपुल्स अस्पताल में नि:शुल्क इलाज।
'मैं कोरोना वालंटियरÓ अभियान शुरू किया गया।
35 हजार स्वयंसेवक कोरोना वालंटियर बने। इनको परिचय पत्र दिए जाएंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में 'किल कोरोना-2Ó अभियान चलेगा। घर-घर जाकर होगा सर्वे।
- एडमिशन प्रोटोकॉल बनेगा
प्रदेश में हॉस्पिटल एडमिशन प्रोटोकॉल लागू होगा। इसके तहत हर पात्र मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा मिलेगी। जिन्हें भर्ती होने की जरूरत नहीं है वे होम आइसोलेट रहकर उपचार करा
सकेंगे। होम आइसोलेट मरीजों की प्रतिदिन 2 बार वीडियो कॉल से मॉनिटरिंग की जाएगी। आकस्मिक निरीक्षण कर किया जाएगा ताकि वे घर से बाहर न निकलें।
- अतिरिक्त चार्ज लिया तो कार्रवाई
हर निजी अस्पताल को कोविड मरीज के इलाज की दरें एक बड़े बोर्ड पर प्रदर्शित करना होगा। सरकार की ओर से तय दरों के अलावा कोई चार्ज लिया तो अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों का सभी पात्र अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज किया जाए।
- मिलेगी दवा और मास्क
सभी सरकारी अस्पतालों में दवाएं, चिकित्सा जांच और स्वास्थ्य अमले की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
सरकार महिला स्व-सहायता समूहों एवं जीवन-शक्ति योजना की महिला उद्यमियों के माध्यम से 10 लाख मास्क बनाकर बंटवाएगी।