एम्स से करोंद तक करीब 14 किलोमीटर की मेट्रो लाइन में दूसरे भाग पुल बोगदा से करोंद तक 8 स्टेशन और करीब पौने नौ किलोमीटर की रेलवे लाइन बनाना है। इनमें दो भूमिगत स्टेशन भी हैं। जमीनी काम के लिए अभी कम से कम 3 माह रूकना होगा। ठेका एजेंसी ने कंपनी को काम शुरू करने के लिए इस समय की मांग की है।
यूरोपीय बैंक से प्राह्रश्वत तो जानकारी के अनुसार मौजूदा किए जा रहे कामों में ठेकेदारों का करीब 700 करोड रुपए का भुगतान कंपनी को करना है। यूरोपीय बैंक से मिलने वाली किस्त अभी कॉरपोरेशन को नहीं मिली है। मध्य सरकार ने पिछले बजट में मेट्रो के लिए 300 करोड रुपए का प्रावधान रखा था जो खर्च हो चुके हैं। ऐसे में आर्थिक तंगी में या प्रोजेक्ट गुजरने की स्थिति बन रही है।
मेट्रो प्रोजेक्ट को तय समय में हम पूरा करेंगे। इसके लिए काम चल रहा है। सरकार सभी दिक्कतों को दूर करेगी।
-नीरज मंडलोई, पीएस, शहरी आवास एवं विकास विभाग