वरुण का शव मिला तो उनके परिजनों ने मोबाइल से उसका फोटो खींच लिया था। मां, दादी और ताई का रो-रोकर बुरा हाल था। इस बीच मोबाइल में शव का फोटो दिखाया तो मां बिलख पड़ी। पैर में काला धागा देखकर मां बोली-यह तो मेरे बेटे के पैर में काले धागे में बंधा ताबीज है। आरोपी महिला ने बच्चे की हत्या करके उसे जला दिया था जिस कारण से उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। मां ने पैर में बांधे काले धागे से अपने जिगर के टुकड़े की पहचान की। मां ने जैसे ही फोन नें बेटे की फोटो देखी उसकी पहचान की।
आरोपी महिला सुनीता ने बच्चे का अपहरण करने के बाद उसे खाने में जहर देकर मार दिया फिर शव को टंकी में गेहूं के बीच दबा दिया। दो दिन बाद शव को निकालकर खाली मकान में जला दिया। अधजली अवस्था में जब बच्चे का शव मिला तो उसके ऊपर गेंहू के दाने चिपके हुए थे। गेहूं के दाने सुनीता के घर तक पड़ थे। पुलिस गेंहू के दाने का पीछे-पीछे सुनीता के घर तक पहुंची। सुनीता के घर में गेहूं सूखते मिले तो पुलिस का शक यकीन में बदल गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला से पूछताछ शुरू की। सुनीता के घर व उसके कपड़ों से दुर्गंध आ रही थी। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कहा- टॉयलेट की दुर्गंध है। उसके बाद पुलिस ने कहा कि घर में चूहा मर गया था। पुलिस को जब शक हुआ तो उसने गेहूं की टंकी खोली तो उसमें से शव सड़ने की दुर्गंध आ रही थी।
चॉकलेट का लालच देकर किया अपहरण
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि रविवार शाम को उसने वरुण को चॉकलेट का लालच देकर बुलाया। फिर उसे चींटी मारने की दवा खिलाकर मार दिया। हत्या करने के बाद उसने करीब पांच फीट की एक गेहूं की टंकी में वरुण की लाश को बंद कर दिया। बदबू न आए, इसलिए लाश को गेहूं के बीच में दबा दिया।