लोक संस्कृति पर फोकस होगा पाठ्यक्रम
नेतृत्व क्षमता के विकास और सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए चलाए जा रहे इन कोर्स के सिलेबस में लोक संस्कृति, स्थानीय आवश्यकताओं समेत कई अन्य अहम मुद्दों को जोड़ा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स के लिए नवंबर महीने से प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि कक्षाओं की औपचारिक शुरुआत 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद की जयंती से की जाएगी।
जन अभियान परिषद समाज सेवा से संबंधित स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स का संचालन करेगी। वर्ष 2015 में परिषद ने ही ये कोर्स शुरू किए थे, पर कांग्रेस सरकार आने के बाद इन्हें बंद कर दिया गया था। ये कोर्स प्रदेश के 313 विकासखंडों में संचालित होंगे। इससे युवाओं को समाजसेवा के क्षेत्र में काम करने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
विभाष उपाध्याय, उपाध्यक्ष, मप्र जन अभियान परिषद