scriptतीन साल बाद जन अभियान परिषद फिर संभालेगी सोशल वर्क के यूजी-पीजी कोर्स का जिम्मा | bhopal news | Patrika News
भोपाल

तीन साल बाद जन अभियान परिषद फिर संभालेगी सोशल वर्क के यूजी-पीजी कोर्स का जिम्मा

-उच्च शिक्षा विभाग ने स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स जन अभियान परिषद को सौंपे-वर्ष 2015 में विकासखंड स्तर पर शुरू किए गए थे कोर्स

भोपालOct 27, 2021 / 10:53 pm

manish kushwah

तीन साल बाद जन अभियान परिषद फिर संभालेगी सोशल वर्क के यूजी-पीजी कोर्स का जिम्मा

तीन साल बाद जन अभियान परिषद फिर संभालेगी सोशल वर्क के यूजी-पीजी कोर्स का जिम्मा

भोपाल. मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के अंतर्गत सोशल वर्क में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों का संचालन एक बार फिर जन अभियान परिषद करेगी। सतना स्थित महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोद्योग विश्वविद्यालय के सहयोग से इन कोर्स का संचालन किया जाएगा। मालूम हो कि वर्ष 2015 से 2018 तक ये कोर्स जन अभियान परिषद द््वारा ही संचालित हो रहे थे, पर प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद ये कोर्स उच्च शिक्षा विभाग को सौंप दिए गए थे। 30 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई जन अभियान परिषद की 12वीं बैठक में निर्णय लिया गया कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स जन अभियान परिषद को सौंपे जाएं। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं।
313 विकासखंडों में मिलेगी सुविधा
जन अभियान परिषद की अगुआई में बैचलर इन सोशल वर्क और मास्टर इन सोशल वर्क कोर्स का संचालन प्रदेश के 313 विकासखंडों में किया जाएगा। यहां संचालित सरकारी कॉलेजों को इनके लिए अध्ययन केंद्र बनाया जाएगा। कॉलेज के प्राचार्य इस अध्ययन केंद्र के प्रभारी होंगे। जानकारी के मुताबिक ब्लॉक स्तर पर दोनों कोर्स में 40-40 विद्यार्थी सहभागिता कर सकेंगे। शिक्षण सामग्री समेत परीक्षा का जिम्मा महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोद्योग विवि प्रबंधन द्वारा संभाला जाएगा। इसमें कॉलेज का स्टाफ मदद करेगा।
प्रभारी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति
अध्ययन केंद्र का जिम्मा संभालने के लिए जन अभियान परिषद द्वारा प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी, जो अकादमिक के साथ ही शिक्षण व्यवस्था की मॉनीटरिंग करेंगे। इसके अलावा यहां चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नियुक्त होगा। कक्षाओं के लिए रविवार का दिन तय किया गया है। जानकारी के मुताबिक इन दोनों कोर्स में सबसे अधिक फील्ड वर्क पर जोर दिया जा रहा है, जिसके चलते सप्ताह में एक दिन कक्षाएं लगेंगी। परीक्षा के पहले 15 दिन का विशेष सत्र आयोजित होगा।

लोक संस्कृति पर फोकस होगा पाठ्यक्रम
नेतृत्व क्षमता के विकास और सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए चलाए जा रहे इन कोर्स के सिलेबस में लोक संस्कृति, स्थानीय आवश्यकताओं समेत कई अन्य अहम मुद्दों को जोड़ा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स के लिए नवंबर महीने से प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि कक्षाओं की औपचारिक शुरुआत 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद की जयंती से की जाएगी।
वर्जन
जन अभियान परिषद समाज सेवा से संबंधित स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स का संचालन करेगी। वर्ष 2015 में परिषद ने ही ये कोर्स शुरू किए थे, पर कांग्रेस सरकार आने के बाद इन्हें बंद कर दिया गया था। ये कोर्स प्रदेश के 313 विकासखंडों में संचालित होंगे। इससे युवाओं को समाजसेवा के क्षेत्र में काम करने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
विभाष उपाध्याय, उपाध्यक्ष, मप्र जन अभियान परिषद

Home / Bhopal / तीन साल बाद जन अभियान परिषद फिर संभालेगी सोशल वर्क के यूजी-पीजी कोर्स का जिम्मा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो