बैंकिंग सेक्टर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि आज बिटकॉइन और ब्लॉकचेन इन दो विषयों पर बहुत अधिक चर्चा हो रही हैं। क्योंकि बैंकिंग सेक्टर और अन्य क्षेत्रों के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस तकनीक की विशेषता और प्रभावों से स्टूडेंट्स तथा समाज को अवगत कराया जाना अत्यंत आवश्यक हैं क्योंकि आने वाले समय में करेंसी और बैंकिंग प्रक्रिया यह दोनों लगभग समाप्त हो जाएंगे। ऐसे स्थिति में ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से बिचौलिया व्यवस्था से हटकर संबंधित पक्ष को सीधे भुगतान होगा। यह भुगतान डिजिटल स्वरुप में होगा।
ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर तकनीक कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. सीएस वर्मा ने कहा कि एआईसीटीई तकनीकी से संबंधित ज्वलंत विषयों पर समाज की अवेयरनेस बढ़ाने के लिए विषय विशेषज्ञों को एकत्रित कर पूल बनाकर शिक्षकों को प्रशिक्षित कर रही हैं। डॉ. सुदीप तंवर ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बेसिक पहलुओं से अवगत करते हुए कहा कि कहा कि ब्लॉकचेन तकनीक एक प्लेटफॉर्म हैं, जहां न सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्कि किसी भी कंटेंट को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता हैं यानि ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर हैं यह पूर्ण रूप से सुरक्षित तकनीक हैं। उन्होंने कहा की ब्लॉकचेन बिटकॉइन से बिलकुल भिन्न है क्योकि बिटकॉइन एक डिजिटल माध्यम हैं जिसके द्वारा हम वस्तुओं का क्रय-विक्रय करते हैं। इसे करेंसी नहीं कहा जा सकता क्योंकि रियल वल्र्ड में इसकी कोई वैल्यू नहीं हैं।