खजूरी पंचायत के समीप बसी इस कॉलोनी में आधे मतदाता ईंटखेड़ी पंचायत के हैं और आधे खजूरी पंचायत के, जिसके चलते जनप्रतिनिधि समस्याओं को पर्याप्त गंभीरता से नहीं लेते। इस वजह से कॉलोनी में विकास की गति धीमी है।
जब भी कॉलोनी के निवासी सडक़ और पानी की समस्या के लिए बात करते हैं, तो ईंटखेड़ी सरपंच कॉलोनी खजूरी पंचायत में आने की बात कहकर बात अनसुनी कर देते हैं। यही हाल खजुरी का भी है। ऐसे में कॉलोनी में समस्याएं बनी हुई हैं और रहवासी परेशान हैं।
पानी की समस्या
इस कॉलोनी में पानी के लिए एकमात्र हैंडपम्प है, जो की नाली के बिल्कुल पास में है। मजबूरी में रहवासियों को इसी हैंडपंप का गंदा पानी पीना पड़ रहा था, लेकिन यह हैंडपंप भी पिछले कुछ महीनों से खराब पड़ा हुआ है, जिसकी वजह से रहवासियों को दूर स्थित हैंडपंप से पानी लाना पड़ता है।
लोगों का आरोप है कि जब से कॉलोनी बनी है, सडक़ पर मिट्टी भी उनके द्वारा ही डाली जाती है यहां एक भी निर्माण ईंटखेड़ी पंचायत ने पिछले १५ साल से नहीं कराया है। कई बार शिकायत की, लेकिन वहां सुनवाई नहीं होती। सडक़ों में गड्ढों होने पर हमें ही भरवाना होता है। कोई नहीं बता रहा कि यहां सडक़ कब तक बनेगी।
यहां रहने वाले अधिकतर लोगों के पास पट्टे नहीं हंै। लोगों ने कई बार पट्टे की मांग की है, लेकिन अभी तक इन लोगों के पट्टे नहीं बनाए गए हैं, जिसकी वजह से लोगों को अपने मकानों पर मालिकाना हक नही मिल पा रहा है, जबकि इस कॉलोनी का निर्माण पंचायत द्वारा ही किया गया है, जिसकी रसीद ही इन लोगों के पास है।
आकाश मेवाड़ा, रहवासी – विधानसभा के ग्रामीण इलाकों में विकास कार्य कराए हैं। किसी गांव में जरूरत है, तो आचार सहिंता के बाद प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
रामेश्वर शर्मा, विधायक, हुजूर