दरअसल, पिछले कुछ दिनों से ऑनलाइन और एटीएम व डेबिट कार्ड के माध्यम से धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने ठगों को पकडऩे की योजना बनाई और एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने वाली गैंग को धर दबोचा है। यह गैंग राजस्थान की है, जो विभिन्न प्रदेशों और शहरों में पहुंचकर भोले भाले लोगों के साथ ठगी करते हैं।
500 लोगों के साथ किया धोखा
साइबर क्राइम पुलिस की गिरफ्त में आई गैंग से पूछताछ करने पर बड़ा खुलासा हुआ है, इस गैंग ने पिछले तीन साल में करीब 500 से अधिक लोगों के साथ ठगी की वारदात की है, इस गैंग के पास से पुलिस ने विभिन्न बैंकों के करीब पांच दर्जन से अधिक एटीएम जब्त किए हैं।
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बंद एटीएम को बनाते हैं निशाना
एटीएम बदलकर ठगी करने वाली इस गैंग के सदस्य उन एटीएम बूथों की तलाश करते हैं, जो बंद हैं, यानी जिनमें पैसा नहीं होता है, वहां जाकर यह खड़े हो जाते, फिर वहां आने वाले वृद्ध या वह लोग जिन्हें एटीएम से पैसा निकालने की समझ कम होती है, ऐसे लोग जब पैसे नहीं निकलते हैं तो वहीं खड़े व्यक्ति की मदद मांगते हैं, इसी दौरान इस गैंग का सदस्य चालाकी से एटीएम बदल लेता है, चूंकि पासवर्ड तो वह पूछ ही लेता है, ऐसे में एटीएम बदलकर तुरंत बाइक से भाग जाते हैं व अन्यत्र जाकर उससे पैसा निकालते हैं या फिर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर देते हैं, इसलिए अगर आप भी एटीएम से पैसा निकालने की जानकारी कम रखते हैं, तो अलर्ट हो जाएं या तो अपने साथ किसी परिचित को ले जाएं। ताकि आपको एटीएम से पैसा निकालते वक्त किसी दूसरी की मदद के कारण ठगी का शिकार नहीं होना पड़े।
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ऐसे हुई गिरोह की पहचान
भोपाल शहर की गुडशेफर्ड कॉलोनी कोलार रोड निवासी अनिल नागले ने पुलिस से अपने साथ हुई ठगी की शिकायत की थी। 7 सितंबर 2021 को एटीएम बूथ पर उनका दो लड़कों ने कार्ड बदलकर करीब एक लाख पचास हजार रुपए खाते से निकाल लिए थे। पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद गिरोह की पहचान कर राजस्थान के धौलपुर से गिरफ्तार किया है। इस गैंग में तीन आरोपी हैं, जिसमें एक भरतपुर राजस्थान का रहने वाला ताहिर है। जो बहुत कम यानी करीब चौथी तक पढ़ा है, यह एटीएम में घुसकर धीरे से पिन देखता है वहीं एटीएम कार्ड भी बदलता है, इसी के साथ दूसरा धौलपुर राजस्थान का निवासी फिरोज है जो पढ़ा लिखा नहीं है लेकिन वह ग्राहक के पास जिस बैंक का एटीएम है उसी प्रकार का एटीएम तुरंत जेब से निकालकर ताहिर को पकड़ा देता है, ताकि ताहिर उसे बदल सके, इसके बाद धौलपुर निवासी हनीफ तीसरी आरोपी है, जो एटीएम के बाहर खड़ा होकर निगरानी करता है, फिर काम होते ही बाइक पर सवार होकर भाग जाते हैं। ताकि कोई तुरंत समझ भी जाए तो इन्हें पकड़ नहीं सके। यह आरोपी जेब काटने वाले चोरों से एटीएम कार्ड ले लेते हैं, जिन्हें फिर बंद एटीएम बूथ के बाहर खड़े होकर बदलते हैं। भोपाल में इस गैंग ने अब तक पांच दर्जन से अधिक लोगों को अपना निशाना बनाया है। इनके द्वारा निशातपुरा, अशोका गार्डन, जहांगीराबाद, पिपलानी, हनुमानगंज थाना क्षेत्र में कई धोखाधड़ी की है।