आसपास के राज्यों में 10 अप्रेल और फिर 13 अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान है। ऐसे में मौसम विभाग ने जबलपुर, नर्मदापुरम, शहडोल, भोपाल, सागर आदि जिलों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ पानी गिरने का अनुमान जताया है। कुछ जगहों पर ओले गिरने का भी अलर्ट है।
चक्रवात का असर
मौसम विज्ञानियों के अनुसार दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में चक्रवात बना हुआ है। उत्तर प्रदेश पर पश्चिमी विक्षोभ चक्रवात के रूप में एक्टिव है। ओडिशा से लेकर विदर्भ तक द्रोणिका बनी हुई है। ये सभी सिस्टम प्रदेश को प्रभावित कर रहे हैं। बंगाल की खाड़ी में बने प्रति चक्रवात का भी प्रदेश के मौसम पर गहरा असर हो रहा है।
कई दिनों तक बिगड़ा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार 10 अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जिसके तीन दिन बाद दूसरी पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव हो जाएगा। इन दोनों के असर से मौसम में जबर्दस्त बदलाव होगा। करीब तीन चार दिनों तक प्रदेश भर में बूंदाबांदी होगी और कई जगहों पर ओलावृष्टि की भी आशंका है। मंगलवार से मौसम में तेज गति से बदलाव होगा जोकि प्रदेश के बड़े हिस्से को प्रभावित करेगा।