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परिजन बोले-‘बेटों की शराब की लत से रहता था परेशान’
मामले का खुलासा उस समय हुआ जब देर शाम तक पिता के कमरे से बाहर न निकलने पर उनके बेटों ने कमरे में जाकर देखा। फिलहाल, घटना की जानकारी बैरसिया पुलिस को लगी, तो उसने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। हालांकि, पुलिस तफ्तीश में घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट तो प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन मृतक के परिवारजन और आसपास के लोगों का कहना है कि, वो अपने बेटों की शराब की लत को लेकर काफी परेशान रहता था और कई बार इस समस्या से छुटाकारा पाने के लिये जान देने की बात कर चुका था। फिलहाल, पुलिस हत्या, आत्महत्या और आत्महत्या के लिये उकसाने जैसे पहलुओं के अनुसार मामले की जांच में जुट गई है।
आखिरी बार बेटों पर हुए थे नाराज
मामले की जांच में जुटे बैरसिया थाना सब इंस्पेक्टर चंपालाल चौधरी के मुताबिक, 50 वर्षीय राम चरण अहिरवार मेला ग्राउंड के पास अपने परिवार के साथ रहते थे। शुरुआती बयानों के अनुसार, वो अपने बेटों की शराब पीने की लत से काफी परेशान थे। इस बात को लेकर वो अपने बेटों से खासा नाराज भी रहते थे। बीती रात भी वो इसी बात पर नाराज होकर दोपहर में अपने कमरे में चले गए थे। घर के एक अन्य कमरे में मौजूद उनके बेटे ये समझते रहे कि, पिता अपने कमरे में आराम कर रहे हैं। लेकिन, जब देर शाम तक वो कमरे से बाहर नहीं आए, तो बेटों ने कमरे में जाकर देखा। यहां पिता फांसी के फंदे पर लटके मिले।
परेशान होकर दे दी जान
SI चौधरी के मुताबिक, पुलिस तफ्तीश में मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजन की मानें तो, राम चरण के तीनों बेटे नशे के आदि हैं। इस बात पर वो काफी परेशान रहते थे। मरणोप्रांत लोगों से भी कहा करते थे कि, किसी तरह उनके बेटों की नशे की लत छुड़वा दें, वरना एक न एक दिन ये उनकी आत्महत्या का सबब बन जाएगा। नशे की लत से मजबूर बेटों और पिता के बीच इसी वजह से कई बार विवाद भी होता रहता था। चौधरी के मुताबिक, शुरुआती तफ्तीश में आत्महत्या का कारण यही सामने आया है। हालांकि, चीजों को गहनता से समझने के लिये संबंधित लोगों से पूछताछ आगे भी जारी रहेगी।
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15 साल पहले पत्नी की भी हो चुकी है मौत
एसआई चंपालाल चौधरी के मुताबिक, राम चरण यहां अपने तीन बेटों के साथ रहते थे। करीब 15 साल पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। उसके बाद से ही वो अपने तीनों बेटों की देखभाल कर रहे थे। नशे की लत के चलते घर और बाहर रोजाना का विवाद होने लगा था। नशा हासिल करने के लिये वो अपने पिता से भी झगड़ा करते थे। बताया जा रहा है कि, इसी बात को लेकर राम चरण पिछले कई सालों से मानसिक तनाव में थे।
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