बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा की. इस मौके पर खासतौर पर लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 की समीक्षा की गई. इस समीक्षा बैठक में सीएम शिवराजसिंह ने अनाथ बालिकाओं को भी योजना का लाभ देने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया. उन्होंने अफसरों से कहा— अनाथ बच्चियों को भी लाड़ली लक्ष्मी बनाओ.
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा अनाथ बालिकाओं को भी लाड़ली लक्ष्मी योजना में जोड़ा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य, जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत स्तर पर लाड़ली लक्ष्मी दिवस का आयोजन किया जाए। पंचायतों, गांवों को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली घोषित करने के मापदंड तय किए जाएं।
इस बैठक में सीएम शिवराजसिंह चौहान ने बालिकाओं के लिए चलाई जा रहीं अन्य योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बात की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि 18 वर्ष के ऊपर की लाड़ली लक्ष्मी को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाएं। सीएम शिवराजसिंह ने खासतौर पर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही. उन्होंने कहा कि प्रदेश की बालिका को उच्च अध्ययन के लिए प्रेरित करने के लिए यह योजना चलाई जा रही है.
इस योजना के अंतर्गत कॉलेज में प्रवेश लेने पर बालिकाओं को राज्य सरकार आर्थिक सहायता देगी. बालिका जैसे ही कालेज में प्रवेश लेगी तो उसे तुरंत योजना के अंतर्गत 25 हजार रुपए दिए जाएंगे। उच्च शिक्षा के लिए दी जानेवाली 25 हजार रुपए की राशि बालिकाओं के बैंक खातों में डाली जाएगी.