अपने वचन पत्र में किए वादे के मुताबिक ही कांग्रेस सरकार विधान परिषद के गठन की कवायद को प्रारंभ कर रही है लेकिन झूठ परोसने में माहिर भाजपा और उसके नेता इसे सरकार बचाने का उपक्रम व अपने नेताओं को एडजस्ट करने की बात कह कर एक बार फिर झूठ परोसने में लग गए हैं।कांग्रेस ने अपना वचन पत्र चुनाव के पूर्व बनाया था और उसमें यह बिंदु शामिल किया था और अब झूठे भाजपाई उसे सरकार बचाने का उपक्रम बता रहे हैं।इससे भाजपा नेताओं की बुद्धि पर तरस आता है।पहले यह लोग झाबुआ उपचुनाव के परिणाम के आधार पर सरकार गिरा देने की बात कह रहे थे,अब करारी हार के बाद अब नया राग अलापने में लग गए हैं।
प्रदेश की जनता इन झूठों को भलीभांति पहचानती है व इनकी गुमराह ,भ्रमित करने की राजनीति को भी जानती है। सलूजा ने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से लेकर तमाम नेता विधान परिषद के गठन को अनावश्यक खर्च बता कर,इस पर होने वाले खर्च के आंकड़े जारी करने हैं।बेहद शर्मनाक है कि जिन लोगों ने अलीबाबा चालीस चोर की तर्ज पर 15 वर्ष प्रदेश को जमकर लूटा।
खुद की ब्रांडिंग ,प्रचार-प्रसार व भ्रष्टाचार से प्रदेश को कंगाल कर दिया।प्रदेश को एक लाख 80 हज़ार करोड़ के कर्ज के दलदल में धकेल दिया , प्रदेश को जमकर लूटा।वह आज प्रदेश के विकास के लिए बन रही विधान परिषद के खर्च पर किस मुंह से सवाल उठा रहे हैं ? विधान परिषद के गठन से प्रदेश को पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिलेगा , प्रदेश के हर हिस्से का विकास होगा ,प्रदेश के हर हिस्से की आवाज पर्याप्त मंच पर गूंजेगी।उस विधान परिषद के गठन का स्वागत करने की बजाय बेशर्म भाजपाई उसे सरकार बचाने की कवायद और अनावश्यक खर्च से जोड़ रहे हैं। प्रदेश की जनता इनकी सच्चाई भलीभाँति जानती है व इनके झूठ में आने वाली नहीं है।