शिव के 11वें रूद्र अवतार हनुमान
हर कष्ट को दूर करने वाले हैं हनुमान जी को लोग संकट मोचन, अंजनी सुत, पवन पुत्र के नाम से जानते हैं। कहा जाता है कि हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली की विधिवत पूजा पाठ करने से शत्रु पर विजय और मनोकामना की पूर्ति होती है। क्योंकि हनुमान जी को ही शिव का 11वाँ रूद्र अवतार और हर कष्ट हरने वाले भगवान की संज्ञा दी जाती है।
हनुमान के जन्म की कथा
पुराणों के अनुसार समुद्रमंथन के पश्चात भगवान शिवशंकर जी ने भगवान विष्णु का मोहिनी रूप देखने की इच्छा प्रकट की थी। आकर्षक रूप देखकर भगवान शिव कामातुर हो गए। और भगवान शिवशंकर ने अपना वीर्यपात कर दिया। वायुदेव ने भगवान शिवशंकर के बीज को वानर राजा केसरी की पत्नी अंजना के गर्भ में प्रविष्ट कर दिया। और इस तरह अंजना के गर्भ से वानर रूप हनुमान का जन्म हुआ।