दरअसल मौसम विभाग ने करीब 17 राज्यों में 19 अक्टूबर तक भारी बारिश का अनुमान लगाया, दक्षिण पूर्व अरब सागर व केरल के ऊपर कम दबाव क्षेत्र बना हुआ है, एक ओर कम दबाव का क्षेत्र और दूसरी ओर उत्तरी तटीय आंध्र और आसपास के इलाकों में बना हुआ है, इसके पश्चिमोत्तर राज्यों की तरफ बढऩे की संभावना है।
मध्यप्रदेश के इन जिलों में हुई बारिश
मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में रविवार शाम और रात से जोरदार बारिश शुरू हो गई, जो सोमवार सुबह तक जारी रही, इससे कई जगह जल भराव होने के साथ ही फसलों को भी नुकसान हुआ है। भोपाल में तेज हवाओं व गरज के साथ बारिश रात भर रूकरूक होने के साथ ही सुबह करीब 9 बजे तक जारी रही। भोपाल में करीब 2 ईंच से अधिक बारिश हुई है। वहीं श्योपुर जिले में 12 ईंच से अधिक बारिश बताई जा रही है, जिसके चलते गांव, कस्बों और शहरों में भी लोगों के घरों तक पानी भर गया है, निचली बस्तियों के तो हाल बुरे हो चुके हैं। वहीं गुना और दतिया जिले में भी 4-4 इंच बारिश हुई है। बारिश के कारण श्योपुर, गुना, रायसेन, बैतूल दतिया, विदिशा सहित अन्य जिलों में खेत में खड़ी फसलें भी आड़ी हो गई है। जिससे उनमें नुकसान की संभावना जताई जा रही है।
इंदौर में भी बारिश-रास्ते हुए जाम भारी बारिश से भोपाल के बाद इंदौर भी अछूता नहीं रहा, यहां भी आधा ईंच तक बारिश हुई, वहीं होशंगाबाद, बुरहानपुर, ग्वालियर, राजगढ़ ब्यावरा आदि जिलों में बारिश से जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई, वहीं बुरहानपुर में अधिक बारिश के कारण महाराष्ट्र जाने वाला मार्ग भी बाधित हुआ, वहीं इंदौर इच्छापुर हाईवे पर भी जाम के हालात निर्मित हुए।
भोपाल सहित अन्य जिलों में पिछले दो दिन से बारिश अपना कहर दिखा रही है, कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त होने के साथ ही फसलों को भी नुकसान पहुंच रहा है। शनिवार रात को भी राजधानी में भयंकर बारिश हुई थी। वहीं अन्य जिलों में भी मूसलाधार बारिश होने से मौसम का मिजाज भी बदला नजर आने लगा।
सोमवार को सुबह देर तक बारिश होने के कारण राजधानी भोपाल सहित अन्य शहरों व जिलों में जनजीवन प्रभावित रहा, लोग सुबह जल्दी उठने के बाद भी समय पर काम पर नहीं जा सके, क्योंकि बारिश हो रही थी, ऐसे में बाजार भी देर से खुला और कामकाज भी अन्य दिनों की अपेक्षा देर से चालु हुए। ऑफिस जाने वाले लोग भी सोमवार को देर से पहुंचे।