जिन समर्थकों की रिपोर्ट ठीक नहीं है माना जा रहा है कि इनके टिकट ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से क्लियर हैं, लेकिन फिर भी पार्टी असंतोष और विरोध के कारण अब तक घोषणा नहीं कर पाई है। अभी इन 22 सीटों पर टिकट का फैसला पूरी तरह से ज्योतिरादित्य सिंधिया को करना है, लेकिन असंतोष और विरोध थामने की जिम्मेदारी प्रदेश भाजपा की है।
28 में से छह सीटों पर भाजपा को प्रत्याशी तय करना है इसमें विधायकों के निधन से खाली हुई तीन सीटें आगर, जौरा और ब्यावरा शामिल है। इन पर भी चेहरे फाइनल करने में भारी रस्साकशी है। इसके अलावा सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा ने 3 सीटों पर कांग्रेस विधायकों को तोड़कर अपने साथ कर लिया था। इन सीटों पर भी इन्हें कांग्रेस नेताओं को टिकट देने का वादा किया था।
भाजपा में असंतोष और विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा- बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव समिति की व्यस्तता की वजह से सूची रूक गई होगी। मंथन का काम तो पूरा हो चुका है। आज रात या कल तक सूची आ सकती है। कोई दुविधा नहीं है सब स्प्ष्ट है। बस अधिकृत घोषणा होना बाकी है।