सायबर एवं सायबर लॉ एक्सपर्ट यशदीप चतुर्वेदी कहते हैं कि सायबर सिक्योरिटी के प्रति जागरुकता लानी होगी. उनका कहना है कि सायबर फ्रॉड के मामले जिस तेजी से बढ़ रहे हैं, उसके मुकाबले अपराधियों के पकड़े जाने या उन्हें रोक पाने की दर बेहद कम है। सामान्य पुलिसिंग का उदाहरण लेते हुए इसे ऐसे समझें कि यदि पुलिस यदि घरों में चोरियां करने वालों को पकडऩे में बेहद पिछडऩे लगे तो फिर चोरों का हौसला बढऩा तय है।
सावधान! साइबर फ्रॉड हॉट- स्पाट है ये शहर
ऐसी हालत में आप घरों में कितनी भी सुरक्षा कर लीजिए वे दीवार में सेंध लगाकर तक घर में घुस जाएंगे। इसी तरह सायबर अपराधों में भी अपराधियों को रोका और पकड़ा जाना जरूरी है। वहीं नागरिकों के स्तर पर बात करें तो सिर्फ उन्हें ओटीपी ना बताने की सलाह देने से आगे बड़ा अभियान चलाकर साइबर सिक्योरिटी के प्रति पूरी तरह जागरुक करना जरुरी है। बड़े कदम उठाकर ही इस बढ़ते अपराध को थामा जा सकता है।