नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने नर्सिंग घोटाले पर राज्य सरकार पर निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा— फर्जी नर्सिंग कॉलेज, फर्जी डिग्री बांट रहे हैं लेकिन मरीज तो असली हैं। प्रदेशभर में मरीजों और आम लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। इतना ही नहीं, नर्सिंग कोर्स कर रहे स्टूडेंट के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है।
यह भी पढ़ें : नर्सिंग घोटाले में बर्खास्त होंगे एमपी के मंत्री! सीएम के आदेश के बाद बढ़ी सियासी सरगर्मी उमंग सिंगार ने आरोप लगाया कि स्टूडेंट्स बताते हैं कि फीस के नाम पर मोटी रकम ली जाती है लेकिन ट्रेनिंग के नाम पर छोटे से कमरे में बैठा दिया जाता है। नेता प्रतिपक्ष ने नर्सिंग घोटाले में कॉलेज संचालकों के साथ जो मंत्री अधिकारी लिप्त हैं, उनपर भी कार्रवाई की मांग की।
गौरतलब है कि कोर्ट के ताजा फैसले के बाद नर्सिंग के 45 हजार स्टूडेंट की परीक्षा देने की राह खुली थी। सीबीआई ने प्रदेश के 308 नर्सिंग कॉलेज की जांच कर हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपी थी। सीबीआई की रिपोर्ट में प्रदेश के 169 नर्सिंग कॉलेज पात्र पाए गए जबकि 74 नर्सिंग कॉलेजों को अपात्र पाया गया।
45 हजार स्टूडेंट का भविष्य दांव पर – सीबीआई के अनुसार ये 74 नर्सिंग कॉलेज मानकों को तो पूरा नहीं करते पर यहां ऐसी अनियमितताएं हैं जिन्हें सुधारा जा सकता है। शेष 65 कॉलेज अयोग्य पाए गए थे। हाईकोर्ट ने अपात्र कॉलेज के स्टूडेंट को भी परीक्षा में शामिल होने की छूट दी थी। इनकी डिग्री पर सवाल उठने से सभी 45 हजार स्टूडेंट का भविष्य दांव पर लग सकता है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने लोकायुक्त कार्यालय में आगजनी पर भी बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि लोकायुक्त में सिंहस्थ घोटाले से संबंधित फाइलें रखी थीं। इससे षड्यंत्र की बू आती है और निष्पक्ष जांच जरूरी है। सरकार आग के बहाने से फाइलें गायब करना चाहती है।