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भोपाल

ऐसा क्या है इस ‘चमत्कारिक’ पेड़ में जिस कारण प्रशासन को लगानी पड़ी धारा 144, न्यायिक जांच के भी आदेश

महुआ के पेड़ को लेकर भीड़ हिंसक हो रही है।

भोपालNov 16, 2019 / 01:39 pm

Pawan Tiwari

ऐसा क्या है इस  'चमत्कारिक' पेड़ में जिस कारण प्रशासन को लगानी पड़ी धारा 144, न्यायिक जांच के भी आदेश

ऐसा क्या है इस ‘चमत्कारिक’ पेड़ में जिस कारण प्रशासन को लगानी पड़ी धारा 144, न्यायिक जांच के भी आदेश

भोपाल. मध्यप्रदेश को अजब और गजब ऐसे ही नहीं कहा जाता है। प्रदेश के होशंगाबाद में एक महुआ के पेड़ को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस महुआ के पेड़ के पास पहुंचने के लिए भीड़ हिंसक हो रही है तो प्रशासन ने इसके लिए न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में महुआ के एक ‘चमत्कारिक’ पेड़ है। इस पेड़ को लेकर आसपास के लोगों का कहना है कि अगर इस पेड़ को स्पर्श ( टच ) कर लिया जाए तो कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। वहीं, कुछ लोग इसे केवल अंधविश्वास का नाम दे रहे हैं। लेकिन आस्था और अंधविश्वास के चक्कर में भीड़ हिंसक हो रही है।
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धारा 144 लागू
दरअसल, होशंगाबाद के पिपरिया के वनखेड़ी नया गांव के जंगल में एक महुआ का पेड़ है। इस पेड़ को लेकर लोगों में अंधविश्वास है कि इस पेड़ से टच से कई तरह की बीमारियां दूर हो जाती है। गुरुवार को पिपरिया एसडीएम ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। महुआ पेड़ वाले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के जंगल क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। बता दें कि महुआ के पेड़ को छूने और दर्शन करने को लेकर बुधवार को स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया था। इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। दरअसल, पुलिस ने महुआ के पेड़ के पास जाने से लोगों को रोका तो लोग हिंस हो गए और पथराव करने लगे जिस कारण से 12 पुलिसकर्मियों घायल हो गए थे।
जांच के आदेश
महुआ पेड़ के पास पुलिस को पीटने के मामले में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले में एडीएम केडी त्रिपाठी जांच कर 22 नवम्बर तक रिपोर्ट सौपेंगे। पथराव मामले में पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ नामजद ओर अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
किन बिन्दुओं पर होगी जांच
न्यायिक आदेश के लिए जारी लेटर में कहा गया है कि तथाकथित चमत्कारिक महुआ वृक्ष को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इस दौरान 13 तारीख को कुछ लोगों ने पुलिस बल पर हमला किया था जिस कारण कई अधिकारी और पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। अब इस मामले की जांच इन बिन्दुओं के आधार पर की जाएगी।
1. मौके पर क्या पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई थी या नहीं?
2. घटना के कारण क्या हैं?
3. घटना के लिए कौन-कौन जिम्मेदार हैं?
4. क्या कार्रवाई प्रस्तावित की जाए?
5. ऐसी घटना को रोकने हेतु अन्य कोई सुझाव यदि हो?
6. अन्य कोई बिन्दू जांच के दौरान पाया गया हो।
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