इन्हें मिलेगी जिम्मेदारी
वैश्य समाज: उमाशंकर गुप्ता
ब्राह्मण समाज: नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, राजेंद्र शुक्ल।
क्षत्रिय समाज: नरेंद्र सिंह तोमर और जयभान सिंह पवैया।
जैन समाज : पारस जैन, जयंत मलैया।
खाई को पाटना बेहद जरूरी है
विधानसभा चुनाव में हार के बाद कई नेताओं ने कहा कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का ‘माई का लाल’ वाला बयान अगड़ों को नाराज कर गया। भाजपा सवर्णों की पार्टी मानी जाती है इसलिए इस खाई को पाटना उसके लिए जरूरी हो जाता है। सवर्ण आरक्षण पार्टी से छिटक रहे अगड़ी जाति के लोगों को पास लाने का बड़ा टूल साबित हो सकता है।