मध्यप्रदेश में हर रोज होने वाली बच्चों की मौतों पर सियासत गर्मा गई है। यह बात मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस ने विधानसभा में बताई थी। कांग्रेस के विधायक रामनिवास रावत के एक सवाल के जवाब में मंत्री चिटनीस को यह जवाब देना पड़ा।
विधायक रावत ने मंत्री से पूछा था कि फरवरी 2018 से लेकर मई माह तक 120 दिनों में कुल कितने बच्चे कम वजन के पाए गए थे और उनमें से कितने बच्चों की मौत हो गई। इसके जवाब में मंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में कम वजन के 11,83,985 बच्चे हैं, वहीं अति कम वजन के 103,083 बच्चे मिले हैं। चिटनिस ने बताया कि इन बच्चों में एक साल की उम्र के 6.024 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि एक से पांच साल की उम्र वाले 1308 बच्चों की मौत हुई। चिटनीस ने यह भी बताया कि इन बच्चों की मौत की वजह कई तरह की बीमारियां थीं।
कांग्रेस बोली सरकार के दावे झूठे
इधर, मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायक ने कहा कि सरकार ने मध्यप्रदेश से कुपोषण दूर करने के कई प्रकार के दावे किए, लेकिन बच्चों को नहीं बचाया जा सका। यह बेहद दुखद है। विधायक ने कहा कि पिछले 120 दिनों के भीतर 7,332 बच्चों की मौत से साफ जाहिर होता है कि हर रोज मध्यप्रदेश में 61 बच्चों की मौत हो रही है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।