गौर करने वाली बात है कि भाजपा कोलारस से अभियान का आगाज भाजपा उपचुनाव को लेकर अपने अभियान का आगाज कोलारस से करने जा रही है। 16 नवंबर को प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, क्षेत्र प्रभारी रामेश्वर शर्मा के अलावा चारों मंत्री कोलारस पहुंचेंगे और बैठक कर चुनावी तैयारी पर चर्चा करेंगे। क्षेत्र के लिहाज से रणनीति भी इसी बैठक में बनेगी।
इस पूरे चुनाव अभियान से मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को दूर रखा गया है। जबकि, वे शिवपुरी जिले का ही प्रतिनिधित्व करती हैं। इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। पार्टी का मुकाबला उनके भतीजे व पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से ही होना है।
राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर मंगलवार को प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने प्रदेश के दिग्गज नेताओं को चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया। यहां हुए मंथन में नेताओं को अपने-अपने क्षेत्र में पूरी ताकत से जुट जाने को कहा गया। इसके लिए पूरे प्रदेश को छह जोन में बांटा गया।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ और विवेक तन्खा को महाकौशल, ज्योतिरादित्य सिंधिया को ग्वालियर-चंबल, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को विंध्य, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को निमाड़, कांतिलाल भूरिया को मालवा, सुरेश पचौरी और दिग्विजय सिंह को नर्मदांचल की जिम्मेदारी देने पर विचार हुआ। यह प्रारंभिक चर्चा के आधार पर नाम तय होना बताया गया है। बावरिया ने बैठक में नेताओं से विधानसभा चुनाव की रूपरेखा के लिए सुझाव मांगे। चुनाव के लिए मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
बावरिया ने कहा, चित्रकूट विधानसभा उप चुनाव की तरह कोलारस और मुंगावली में भी पार्टी नेताओं में एकता नजर आए। यहां भी सभी चुनाव प्रचार में जाएंगे। मालूम हो यहां उप चुनाव होना है। विधानसभा चुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है। बैठक में कमलनाथ, सिंधिया, अजय सिंह, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
बैठक में तय किया गया कि हारी हुई सीटों पर अधिक ध्यान दिया जाए। इसके लिए नेताओं की जिम्मेदारी तय होगी। विधानसभावार उम्मीदवार समय से तय हो जाएं, उम्मीदवार जिताउ हो।
– दीपक बावरिया, मध्यप्रदेश कांगे्रस प्रभारी